‘कुपोषण छोड़ पोषण की ओर- थामे क्षेत्रीय भोजन की डारे थीम’30 सितंबर, 2021 तक राष्टï्रीय पोषण माह के तहत विशेष अभियान चलाया जाएगा

KAMLESH DHANDA
हरियाणा की महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री श्रीमती कमलेश ढ़ांडा ने कहा कि कलायत हलके के गांवों में विकास कार्यों में तेजी लाई जा रही है।

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चंडीगढ़, 26 अगस्त 2021 हरियाणा की महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री श्रीमती कमलेश ढांडा ने प्रदेश में बच्चों एवं महिलाओं के पोषण स्तर को सुधारने के लिए ‘कुपोषण छोड़ पोषण की ओर- थामे क्षेत्रीय भोजन की डारे थीम’ विषय पर विभाग द्वारा पहली से 30 सितंबर, 2021 तक राष्टï्रीय पोषण माह के तहत विशेष अभियान चलाया जाएगा।
श्रीमती ढांडा ने कार्यक्रम के संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के सहयोग से पहली से 15 सितम्बर, 2021 तक सभी आंगनवाड़ी केन्द्रों पर 0-6 वर्ष के बच्चों के कद की लम्बाई एवं वजन माप के लिए ड्राइव चलाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि पोषण माह की शुरूआत आंगनवाड़ी वर्कर्स, सहायक, आशा वर्कर्स, एएनएम, ग्राम स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण कमेटी, ग्राम पंचायत, पोषण पंचायत के सदस्यों द्वारा एक रैली निकाल कर की जाएगी। शहरी क्षेत्रों में वाहनों एवं लाउड स्पीकरों का भी प्रयोग किया जा सकेगा। आंगनवाड़ी केन्द्रों, स्कूल परिसरों, ग्राम पंचायत एवं अन्य स्थानों पर उपलब्ध भूमि पर सभी पणधारकों द्वारा ‘पोषण वाटिका’ लगाई जाएगी। इस दौरान लोगों को किचन गार्डन विकसित करने बारे भी जागरूक किया जाएगा ताकि उन्हें रोजमर्रा की जरूरत की हरी सब्जियां घर पर ही मिल सकें। इसके अलावा, ‘पोषण के लिए पौधे’ कार्यक्रम के तहत आयुष विभाग द्वारा लोगों को औषधीय पोधों के लाभ एवं महत्व के बारे जानकारी देने के लिए स्पेशल टॉक का आयोजन किया जाएगा और पोषण वाटिका के बारे जागरूकता उत्पन्न की जाएगी। इस माह के दौरान आंगनवाड़ी वर्कर्स एवं महिलाओं के लिए व्यंजन प्रतियोगिता का आयोजन भी किया जाएगा और आंगनवाड़ी वर्कर्स द्वारा घर-घर जाकर महिलाओं को भोजन में लौह, विटामिन-ए, जिंक, आयोडीन जैसे सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी को दूर करने बारे जानकारी दी जाएगी।
उन्होंने बताया कि दूसरे सप्ताह के दौरान पोषाहार के लिए ‘योग एवं आयुष थीम’ पर कार्यक्रम चलाए जाएंगे और आम जनता को योग के बारे जागरूक किया जाएगा। सरकारी कर्मचारी एवं निगमित निकायों में पांच मिनट का ‘योगा प्रोटोकोल’ किया जाएगा। महिलाओं एवं बच्चों के लिए ऑनलाइन नि:शुल्क लघु अवधि के योगा पाठ्यक्रम चलाए जाएंगे। गर्भवती एवं स्तनपान कराने वाली महिलाओं एवं किशोरियों के लिए आयुष का महत्व विषय पर गोष्ठïी आयोजित करवाई जाएगी।
श्रीमती ढांडा ने बताया कि तीसरे सप्ताह के दौरान आंगनवाड़ी केन्द्रों के लाभार्थियों को ‘क्षेत्रीय पोषण किट’ वितरित की जाएगी जिसमें सुकाड़ी-गुजरात, पंजीरी-पंजाब, सत्तू-बिहार, चिक्की-महाराष्टï्र के व्यंजन शामिल होंगे और क्षेत्रीय एंव स्थानीय खान-पान के बारे जानकारी देने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि चौथे सप्ताह के दौरान सीवियर एक्यूट मॉलन्यूट्रीशन (एसएएम) बच्चों की पहचान एवं उनके स्वास्थ्य की जांच करना, ऐसे बच्चों के आहार बारे जागरूकता उत्पन्न करने के लिए उनकी माताओं से बैठकें आयोजित करना, अन्नप्राशन दिवस एवं स्तनपान पर बल देते हुए समुदाय आधारित कार्यक्रम आयोजित करना, गर्भवती एवं स्तनपान कराने वाली महिलाओं एवं किशोरियों की बैठकें आयोजित करना शामिल है।
श्रीमती ढांडा ने बताया कि इस माह के दौरान ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवस भी मनाया जाएगा, जिसके तहत स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से बच्चों तथा गर्भवती एवं स्तनपान करवाने वाली महिलाओं की विशेष स्वास्थ्य जांच की जाएगी।
उन्होंने बताया कि पोषण माह मनाने के दौरान महामारी कोविड-19 से बचाव के लिए सामाजिक दूरी बनाए रखने, मास्क पहनने और हाथों को बार-बार साबुन से धोने जैसे उपायों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि नीति आयोग द्वारा राज्यों में प्रचलित स्थानीय व क्षेत्रीय स्तर के पोषक खाद्य पदार्थों की जानकारी दी जाएगी तथा पंजीकृत गैर-सरकारी संगठनों तथा सोशल मीडिया अभियान के माध्यम से भी पोषाहार के बारे लोगों को जागरूक किया जाएगा। उन्होंने बताया कि मत्स्य विभाग द्वारा महिलाओं एवं युवाओं के लिए मछली पोषण पर वेबिनार आयोजित किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि महिलाओं एवं बच्चों के पोषण स्तर को बढ़ावा देने के लिए नुक्कड़ नाटकों, लोक गायन एवं रागिनी आदि का आयोजन भी किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, सार्वजनिक स्थलों एवं सामुदायिक भवनों पर होडिंग्ज एवं बैनर भी लगाए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि 30 सितम्बर,2021 को पोषण माह का समापन समारोह आयोजित किया जाएगा। आंगनवाड़ी वर्कर्स द्वारा आंगनवाड़ी केन्द्रों में बच्चों के पोषण स्तर की रिपोर्ट तैयार की जाएगी और खंड स्तर पर रिपोर्ट का संकलन किया जाएगा। इसके अलावा, छायाचित्रों के साथ किचन गार्डनिंग की रिपोर्ट भी पे्रषित की जाएगी। ग्राम, खंड एवं जिला स्तर पर शपथ समारोह एवं पोषण एंथम का आयोजन किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, पोषण माह के दौरान आयोजित की गई विभिन्न गतिविधियों की समीक्षा करने के लिए पोषण पचंायत/ग्राम पंचायत/ खंड पंचायत एवं जिला पंचायत की विशेष बैठक आयोजित की जाएगी।