दोहरे मापदण्ड से पंजाब व लोगों के साथ दग़ा कमा रहे हैं मुख्य मंत्री

ਦੋਹਰੇ ਮਾਪਦੰਡਾਂ ਰਾਹੀਂ ਪੰਜਾਬ ਦੇ ਲੋਕਾਂ ਨਾਲ ਦਗ਼ਾ ਕਮਾ ਰਹੇ ਹਨ ਮੁੱਖ ਮੰਤਰੀ

-सरकार द्वारा आहलूवालीया समिति की सिफारिशों के बारे में विभागों को जारी किए आदेशों का ‘आप’ ने किया विरोध
-आहलूवालीया को मोदी सरकार का एजेंट बता कर मुख्य मंत्री पर साधा निशाना

चण्डीगढ़, 3 सितम्बर 2020
आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के सीनियर नेता और नेता प्रतिपक्ष हरपाल सिंह चीमा ने पंजाब सरकार की ओर से विभिन्न विभागों से मौंटेक सिंह आहलूवालीया समिति की सिफारिशें लागू करने के बारे में मांगी गई सूची का सख्त नोटिस लेते मुख्य मंत्री अमरिन्दर सिंह पर दोहरे मापदंड अपनाने और पंजाबियों के साथ एक ओर फरेब करने का गंभीर दोष लगाया है।
पार्टी हैडक्वाटर से जारी बयान के द्वारा हरपाल चीमा ने कहा, ‘‘राजा अमरिन्दर सिंह पंजाब और पंजाब के लोगों के साथ डबल गेम खेल रहे हैं। एक तरफ विधान सभा में केंद्र के खेती विरोधी अध्यादेशों को रद्द करते हैं, दूसरी तरफ आहलूवालीया समिति की पंजाब विरोधी, लोक विरोधी, मुलाजीम विरोधी और किसान विरोधी सिफारिशों को चुप-चाप लागू करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।’’
हरपाल सिंह चीमा ने मौंटेक सिंह आहलूवालीया को मोदी सरकार और विश्व स्तर की कॉर्पोरेट कंपनियों का ‘एजेंट’ करार देते हुए हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि मौंटेक सिंह आहलूवालीया का मॉडल सिर्फ निजी कंपनियों के हितों की पूर्ति करता है, और आम लोगों खास करके किसानों और पब्लिक सैक्टर (सरकारी संस्थानों और मुलाजिमों) के बुरी तरह खिलाफ भुगतता है।
हरपाल सिंह चीमा कहा कि मुख्य मंत्री स्पष्ट करें कि क्या पंजाब सरकार आहलूवालीया समिति की प्राथमिक सिफारिशों में से मुलाजिमों के सर्विस टैक्स में वृद्धि, बठिंडा थर्मल प्लांट की तरह लहरा मोहब्बत और रोपड़ के सरकारी थर्मल प्लांटों को बंद करने, अंधाधुन्ध निजीकरण करने, कृषि सैक्टर समेत बिजली सबसिडियां बंद करने जैसी घातक सिफारिशें लागू करके केंद्र की मोदी सरकार के समक्ष किस मजबूरी में घुटने टेक रहे हैं?
चीमा ने मांग की है कि आहलूवालीया समिति समेत ऐसे सभी अहम मुद्दों पर विधान सभा का तुरंत विशेष सैशन बुलाया जाए।