चंडीगढ़, 30 अप्रैल– हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज ने राज्य के सभी सिविल सर्जन को निर्देश दिए हैं कि वे कोरोना मरीजों के उपचार एवं अस्पताल में दाखिल करने की प्रक्रिया में कोई कोताही न बरतें।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा यह देखने में आया है कि अस्पतालों में वीआईपी के आगमन पर कोविड मरीजों के उपचार एवं उनके भर्ती होने में बाधा उत्पन्न होती है। इससे न केवल मरीजों की हालत बिगड़ने का अंदेशा रहता है बल्कि उनके परिजनों को भी भारी मानसिक परेशानी से गुजरना पड़ता है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार की पहली प्राथमिकता मरीज और उनका उपचार करना है, इसलिए सभी सीएमओ यह सुनिश्चित करें कि किसी भी वीआईपी की मूवमेंट पर मरीजों की अनदेखी ना हो और उनका पूरी तरह से उपचार एवं देखभाल की जाए।
इसके साथ ही श्री विज ने राज्य के सभी सामाजिक, राजनैतिक, व्यावसायिक एवं धार्मिक संगठनों सहित अन्य इच्छुक संस्थाओं को उनके क्षेत्र के अस्पतालों में दाखिल कोरोना मरीजों के लिए “रोटी बैंक” शुरू करने की अपील की है। इससे अस्पतालों में भर्ती कोरोना मरीजों व उनके तीमारदारों की सेवा हो सकेगी। उन्होंने अंबाला कैंट के अस्पताल में करीब 4 वर्षो से चलाए जा रहे रोटी बैंक की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह रोटी बैंक अस्पताल में दाखिल मरीज व उनके रिश्तेदारों के लिए संजीवनी का काम कर रहा है।

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