वजीफा घोटाला – धर्मसोत के साथ-साथ बादलों के कार्यकाल की भी हो जांच -‘आप’

Aap protest Gurdaspur

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-धर्मसोत की गिरफ्तारी की मांग को लेकर ‘आप ’ ने किया जिला स्तरीय रोष प्रदर्शन 

गुरदासपुर, 2 सितम्बर 2020
दलित परिवारों से सम्बन्धित लाखों होनहार विद्यार्थियों की पोस्ट मैट्रिक स्कालरशिप (वजीफा) स्कीम में हुए ताजा घोटाले में घिरे कैबिनेट मंत्री साधु सिंह धर्मसोत को बर्खास्त करने की मांग को लेकर आज (बुद्धवार) को आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब ने स्थानीय डाकाखाना चौंक में रोष प्रदर्शन करते हुए सरकार के विरुद्ध नारेबाजी की और मुख्य मंत्री साधु सिंह धर्मसोत के पुतले फूंके।
‘आप’ के इस रोष प्रदर्शन का नेतृत्व पार्टी नेता डा. कमलजीत सिंह ने किया। इस दौरान स्थानीय नेताओं में से शैरी कलसी, हकीकत राए, कश्मीर सिंह वाहला, धवनदीप सिंह दत्ता, गुरप्रीत सिंह, भारत भूषण शर्मा, एस.पी गोसला, अमरनाथ, राजेश कुमार, ठाकुर तरसेम सिंह, शिवचरन सिंह, चन्नण सिंह खालसा, अमरजीत सिंह, रनजेत सिंह, हरदेव सिंह, लाडी, रणजीत सिंह, मनदीप सिंह, विनोद कुमार, जगजीवन सिंह पन्नूं, बलबीर सिंह पन्नूं, पीटर चीदा, सूबेदार कुलवंत सिंह, जसवंत सिंह, लखविन्दर सिंह और अन्य नेता शामिल थे।
इस मौके प्रदर्शन को संबोधन करते हुए डा. कमलजीत सिंह ने मुख्यमंत्री पर आरोप लगाया कि वह दलित विद्यार्थियों की वजीफा स्कीम में सीधा 63.91 करोड़ रुपए हड़पने वाले अपने भ्रष्ट मंत्री (धर्मसोत) को बर्खास्त करने से बचाने के लिए सभी नैतिक और प्रशासनिक हदें लांघ रहे है।
‘आप’ नेताओं ने केंद्र सरकार द्वारा इस वजीफा घोटाले की विभागीय जांच 2 अधिकारियों को सौंपे जाने पर टिप्पणी करते हुए कहा कि जांच कोई भी एजैंसी करे परंतु जांच माननीय हाईकोर्ट के मौजूदा जजों की निगरानी में समयबद्ध हो और इस जांच का दायरा 2012-13 तक बढ़ाया जाए, क्योंकि बादलों की सरकार के समय भी पोस्ट मैट्रिक स्कालर्शिप स्कीम में 1200 करोड़ रुपए से अधिक की गड़बड़ी हुई है।
‘आप’ नेताओं ने कहा कि साधु सिंह धर्मसोत लाखों होनहार दलित विद्यार्थियों के भविष्य का हत्यारा है। दलित छात्राओं की वजीफा राशि में से सीधा 63.91 करोड़ रुपए हड़पने वाले मंत्री साधु सिंह धर्मसोत के खिलाफ अडिशनल मुख्य सचिव द्वारा जितने दस्तावेजी सबूतों के साथ सरकार को जांच रिपोर्ट सौंपी है, उसकी गंभीरता को देखते हुए इस भ्रष्ट मंत्री साधु सिंह धर्मसोत को 5 मिनटों में मंत्रिमंडल से बर्खास्त करके फौजदारी मुकद्दमा दर्ज कर लिया जाना चाहिए था ताकि अबतक मंत्री और उसका पूरा भ्रष्ट गिरोह गिरफ्तार कर लिया जाता, परंतु राजा अमरिन्दर सिंह धर्मसोत को बर्खास्त करने के बजाए उसको ‘क्लीन चिट’ की प्रक्रिया शुरू कर चुका है।
‘आप’ नेताओं ने बताया कि जब तक कांग्रेस धर्मसोत को बर्खास्त करके पूरे ‘गिरोह’ के विरुध फौजदारी मुकद्दमा दर्ज नहीं करती तब तक ‘आप’ का संघर्ष जारी रहेगा।