पर्यावरण संरक्षण के लिए अधिक से अधिक पौधे लगवाएं: राव नरबीर

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वन मंत्री ने नर्सरी, नेचर कैंप व त्रिफला वाटिका का दौरा कर दिए अधिकारियों को निर्देश

वन विभाग की नर्सरियों में इस सीजन हेतु पौधा रोपण के लिए 20 लाख पौधे तैयार

चंडीगढ़, 27 जून 2025

हरियाणा के वन एवं पर्यावरण तथा उद्योग मंत्री श्री राव नरबीर सिंह ने आज आगामी वृक्षारोपण अभियान के मद्देनजर पंचकूला जिले में स्थित वन विभाग की नर्सरी का अवलोकन किया तथा अधिकारियों को अधिक से अधिक पौधे लगवाने व उनकी देखभाल करने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने नेचर कैंप का भी दौरा किया और त्रिफला वाटिका में जाकर वहां की व्यवस्थाएं भी देखी।

श्री राव नरबीर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आने वाले पौधारोपण के सीजन के दौरान व्यापक स्तर पर अभियान चलाकर अधिक से अधिक पौधे लगाएं  ताकि पर्यावरण को आने वाले पीढियों के लिए संरक्षित किया जा सके। वन विभाग की नर्सरी का दौरा करते हुए वन मंत्री ने 2 वर्ष पूर्व लगाए गए पौधों को भी देखा और कहा कि हर वर्ष जो भी पौधे लगाए जाते हैं उनकी उचित देखभाल की व्यवस्था करें ताकि वन क्षेत्र में पर्याप्त वृद्धि हो सके।

उन्होंने कहा कि हम जितने अधिक पेड़ लगाएंगे उतना ही आने वाली पीढियों को सुरक्षित पर्यावरण दें पाएंगे। नर्सरी का दौरा करने पश्चात वन मंत्री ने थापली स्थित नेचर कैंप में जाकर वहां स्थापित नेचरोपैथी सेंटर की व्यवस्थाएं देखी और वहां काम कर रहे विशेषज्ञों को और मेहनत से काम करने के लिए कहा ताकि अधिक से अधिक लोग आकर वहां पर अपना इलाज करवा सकें। इस दौरान मंत्री को बताया गया कि पंचकूला जिला में स्थित वन विभाग की नर्सरियों में इस वर्ष पौधा रोपण के लिए 20 लाख पौधे तैयार किए गए हैं।

वन मंत्री श्री राव नरबीर ने नेचर कैंप में ही स्थापित क्लाईमेट चेंज लैब का भी निरीक्षण किया और वहां पर चल रहे प्रकल्पों के बारे में जाना। इस दौरान उन्हें बताया गया कि इस लैब में आने वाले विद्यार्थियों को पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ जल संरक्षण के बारे में जानकारी व ट्रेनिंग दी जाती है ताकि आने वाले पीढियों के लिए पर्याप्त जल उपलब्ध हो। नेचर कैप का दौरा करने पश्चात उन्होंने मांधना गांव स्थित त्रिफला वाटिका में जाकर वहां लगाए गए औषधीय पौधों के बारे में जानकारी ली और कहा कि औषधीय पौधों को संरक्षित कर इन्हें अधिक से अधिक संख्या में उगाएं ताकि आयुर्वेद के माध्यम से उपचार में इस वाटिका की अहम भूमिका हो। इसके पश्चात वन मंत्री मोरनी स्थित फोर्ट पहुंचे, वहां पर दूधगढ, भोज राजपुरा व बालदवाला की पंचायतों की ओर से वन मंत्री को एक मांग पत्र सौंपा गया, जिस पर उन्होंने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि उनकी उचित मांगों पर गौर करते हुए जल्द पूरा किया जाएगा।