साहिबजादों का बलिदान धर्म, संस्कृति और राष्ट्र के लिए अमर प्रेरणा : पंडित मोहन लाल बड़ौली

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साहिबजादों की शहादत अदम्य साहस और वीरता की अमर गाथा है : बड़ौली

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बड़ौली ने सोनीपत में वीर बाल दिवस पर साहिबजादों और माता गुजरी के सर्वोच्च बलिदान को नमन किया

चंडीगढ़, 26 दिसंबर 2025

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पंडित मोहन लाल बड़ौली शुक्रवार को सोनीपत में आयोजित वीर बाल दिवस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। उन्होंने कहा कि गुरु गोबिंद सिंह जी के चारों साहिबजादों अजीत सिंह, जुझार सिंह, जोरावर सिंह और फतेह सिंह का बलिदान धर्म, संस्कृति और राष्ट्र के लिए अमर प्रेरणा है। कार्यक्रम में भाजपा सोनीपत जिला अध्यक्ष अशोक भारद्वाज, गोहाना जिला अध्यक्ष बृजेंद्र मलिक, सोनीपत के महापौर राजीव जैन तथा जिला संयोजक सुमित्रा चौहान भी विशेष रूप से उपस्थित रहे।

इस अवसर पर श्री बड़ौली ने धर्म और राष्ट्र की रक्षा हेतु अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले गुरु गोबिंद सिंह जी के साहिबजादों तथा माता गुजरी जी के सर्वोच्च बलिदान को श्रद्धापूर्वक स्मरण करते हुए उन्हें कोटि-कोटि नमन किया। कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं ने साहिबजादों के अद्वितीय साहस, बलिदान और राष्ट्रभक्ति से युवाओं को प्रेरणा लेने का आह्वान किया।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बड़ौली ने कहा कि साहिबजादों की शहादत अदम्य साहस और वीरता की अमर गाथा है, जो युगों-युगों तक राष्ट्रभक्ति, धर्मनिष्ठा और कर्तव्यनिष्ठ जीवन का मार्ग प्रशस्त करती रहेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘‘वीर बाल दिवस मनाने की शुरूआत की ताकि चारों साहिबजादों की बलिदान गाथा हर पीढ़ी तक पहुंचे। साहिबजादों के अद्वितीय साहस और अन्याय के विरुद्ध अड़िक संकल्प मानव इतिहास में आने वाली पीढ़ियों को सत्य, धर्म और राष्ट्ररक्षा के मार्ग पर प्रेरित करता रहेगा।

मोहन लाल बड़ौली ने कहा कि सनातन और सिख परंपरा भारत की गौरवशाली विरासत है। उन्होंने कहा कि आज दुनिया वीर शाहबजादों को याद कर रही है, लेकिन जिन आक्रांताओं ने भारत पर आक्रमण किया उनका नाम लेने वाला कोई नहीं बचा है।  श्री बड़ौली ने कहा कि गुरुओं की परंपरा भारत की आध्यात्मिक और नैतिक शक्ति का आधार है।
श्री बड़ाली ने कहा कि गुरु नानक देव जी महाराज से लेकर गुरु गोविंद सिंह जी महाराज तक, सभी गुरुओं ने मानवता, सेवा, त्याग और साहस का मार्ग दिखाया है। उन्होंने कहा कि वीर बाल दिवस युवाओं को अपने धर्म, संस्कृति और राष्ट्र के लिए समर्पित रहने की प्रेरणा देता है। श्री बड़ौली ने कहा कि जिन्होंने स्वदेश और स्वधर्म को प्राथमिकता दी, वही देश प्रगति के पथ पर आगे बढ़ा। सिख गुरुओं और साहिबजादों का जीवन इसी सत्य का प्रमाण है।