पंजाबी यूनिवर्सिटी के अध्यापकों, प्रोफैसरों और स्टाफ की ओर से लगाए धरने में पहुंचे ‘आप’ सांसद
पटियाला, 19 अगस्त 2020
आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के अध्यक्ष व सांसद भगवंत मान ने दोष लगाया कि प्रदेश की अमरिन्दर सिंह व केंद्र की नरिन्दर मोदी सरकार ने सडक़ें, स्कूलों से लेकर हर सरकारी संस्था को निजी हाथों में देने की खतरनाक नीति अपनाई हुई है। इस लिए इन लुटेरी सरकारों का बिस्तर गोल करने के लिए सब को एकजुट होना पड़ेगा।
भगवंत मान बुधवार को यहां पंजाबी यूनिवर्सिटी के अध्यापकों, प्रोफैसरों और नान-टीचिंग स्टाफ की ओर से समय पर वेतन न मिलने समेत अन्य जायज मांगों के लिए यूनिवर्सिटी प्रशासन और पंजाब सरकार के विरुद्ध जारी रोष धरने में शामिल होने पहुंचे थे।
इस मौके संबोधन करते हुए भगवंत मान ने कहा कि केंद्र में एक चाय बेचने वाला प्रधान मंत्री के तौर पर रेलवे, हाईवे, एयरपोर्ट, एलआईसी समेत सभी सरकारी सम्पतियां और संस्थाओं को अम्बानी-अंडानी जैसे निजी कॉर्पोरेट घरानों को बेहद कम दाम में बेचता जा रहा है, दूसरी तरफ पंजाब की ‘शाही सरकार’ इस दौड़ में मोदी सरकार को भी पीछे छोडऩे की तेजी में है। बठिंडा थर्मल प्लांट की कुर्बानी ले ली गई है और अब मालवा का मान और मातृभाषा पंजाब की शान पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला की कुर्बानी लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, क्योंकि सरकारें पहले सरकारी संस्थाओं को साजिश के अंतर्गत घाटे का सौदा और वित्तीय बोझ साबित करती हैं और फिर प्राईवेट हाथों में सौंप देती हैं। मोंटेक सिंह आहलूवालीया समिति की सिफारिशों में मोदी और अमरिन्दर सिंह सरकार के ऐसे खतरनाक इरादों की झलक स्पष्ट दिखाई दे रही है। भगवंत मान के अनुसार यदि अमरिन्दर सिंह सरकार की ऐसी पंजाब और लोक विरोधी नीतियों को एकजुट हो कर काबू न किया गया तो एक दिन पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला में भी अम्बानियों-अंडानियों जैसे निजी घरानों के बोर्ड लगा दिए जाएंगे।
भगवंत मान ने कहा कि जो सरकारें अपने सरकारी स्कूलों, कालेजों और यूनिवर्सिटियों के अध्यापकों-प्रोफैसरों को वेतन के लिए रोष धरने पर बैठने के लिए मजबूर करती हो ऐसी सरकारों से कोई उम्मीद नहीं रखी जा सकती।
‘आप’ सांसद ने धरनाकारी प्रोफैसरों और स्टाफ को भरोसा दिया कि पंजाबी यूनिवर्सिटी को बचाने के लिए सिर्फ अध्यापक, प्रोफैसर, नान-टीचिंग स्टाफ या विद्यार्थी ही पसीना नहीं बहाहेंगे, आम आदमी पार्टी भी इस संघर्ष में आगे हो कर अंत तक लड़ाई लड़ेगी। मान ने कहा कि 2022 तक संघर्ष-आंदोलनों के द्वारा ऐसी सभी संस्थाओं को बचा कर रखना हमारा सब का फर्ज है, 2022 में ‘आप’ की सरकार बनने पर सभी सरकारी स्कूलों, कालेजों और यूनिवर्सिटियों की जरूरतों को पहल के आधार पर पूरा किया जाएगा और ‘अध्यापक’ के रुतबे को फिर बहाल किया जाएगा।
भगवंत मान ने कहा कि आम आदमी पार्टी पंजाब विधान सभा समेत लोक सभा में भी पंजाबी यूनिवर्सिटी समेत प्रदेश के सरकारी-स्कूलों और कालेजों को साजिश के तहत की जा रही बर्बादी का मुद्दा उठाएगी। इस मौके उनके साथ प्रो. भीम इन्द्र सिंह, नीना मित्तल, हरचन्द सिंह बरसर्ट, डा. बलवीर, कुंदन गोगिया, तेजिन्दर मेहता, चेतन सिंह जोड़माजरा, बलदेव सिंह देवीगड़, आरपीएस मल्होत्रा, मेघ चंद शर्मा, प्रीति मल्होत्रा, रणजोध सिंह हडाना, अमित विक्की, खुशवंत शर्मा, अशोक सिरसे बाल, संजीव गुप्ता, जनरल मनूं आदि उपस्थित थे।

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