सुस्त जीवन शैली, ज्यादा टी.वी. देखने, कम बाहरी गतिविधियां मोटापे का मुख्य कारण
लुधियाना, 2 दिसंबर : मोटापा एक नामुराद बीमारी है, जो खतरनाक बीमारियों की जड़ है, जिनमें शुगर, बल्ड प्रैशर, दिल की बीमारियां, घुटने तथा कमर दर्द, निपुंसकता, बांझपन तथा तनाव शामिल हैं। एसपीएस अस्पताल लुधियाना के बैरिएट्रिक सर्जन डा. अमित भांबरी ने कहा कि पंजाब में बच्चों तथा बालिगों में मोटापे की समस्या बहुत ज्यादा है। इसका मुख्य कारण सुस्त जीवन शैली, कम बाहरी गतिविधियां तथा टी.वी. स्क्रीन के सामने अधिक समय बैठे रहना है। ऑल इंडिया इंस्टीच्यूट ऑफ मेडीकल साइंसिज (एमज) नई दिल्ली द्वारा बैरिऐट्रिक सर्जरी कान्फ्रेंस, बैरिस-21 दौरान डा. अमित भांबरी ने बताया कि विशेषकर पंजाब में मोटापा एक बड़ी स्वास्थ्य समस्या है। यह महामारी की स्थिति में पहुंच गया है। क्योंकि पंजाब में 27.8 प्रतिशत पुरुष तथा 31.3 प्रतिशत महिलाएं मोटापे या अधिक भार की समस्या से पीडि़त हैं।डा. अमित भांबरी भार कम करने तथा अन्य संबंधित बीमारियों के बारे वर्कशाप में हिस्सा ले रहे थे। इस वर्कशाप में 200 के करीब सर्जनों ने हिस्सा लिया। डा. भांबरी ने इस अवसर पर अपना पेपर पेश किया। वह एमज़ से सिखलाई लेने वाले पहले बैरिएट्रिक सर्जन हैं। डा. भांबरी ने कहा कि गैर सेहतमंद जीवन शैली के कारण आदमी का भार ज्यादा बढ़ जाता है। उन्होंने कहा कि बहुत सारे लोग मानने के लिए तैयार नहीं हैं कि उनको मोटापा या अन्य बीमारियां हैं। लोगों को इस बात का जरूर पता होना चाहिए कि मोटापे के कारण भयानक बीमारियां लग सकती हैं। उन्होंने बताया कि शरीर की अतिरिक्त चर्बी कम करने के लिए बैरिऐट्रिक सर्जरी सबसे सुरक्षित इलाज है, जिससे लोग अधिक चर्बी की समस्या से निजात पा सकते हैं। उन्होंने कहा कि यह जीवन रक्षक तथा जीवन में तबदीली लाने वाली विधि है। डा. भांबरी ने बताया कि बैरिएट्रिक सर्जरी के बाद बहुत सारे लोग शुगर तथा अन्य बीमारियों से निजात पा चुके हैं।

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