अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में शंखनाद और गीता महाआरती के बीच राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने किया दीपदान

DEEPMAHOTSAV
अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में शंखनाद और गीता महाआरती के बीच राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने किया दीपदान

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दीपदान कार्यक्त्रम में केन्द्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री जी. किशन रेड्डी ने भी की शिरकत
दीपोत्सव पर दीपों की रोशनी से जगमगा उठे सन्निहित सरोवर और ब्रहमसरोवर के तट -दीपदान के साथ ही सम्पन्न हुआ अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2021

चंडीगढ़ 14 दिसंबर 2021

भगवान श्रीकृष्ण की कर्मस्थली कुरुक्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में राज्यपाल बंडारु दतात्रेय, केन्द्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री जी. किशन रेड्डी ने शंखनाद और मंत्रौच्चारण के बीच सन्निहित सरोवर पर पूजा अर्चना कर ब्रहमसरोवर के पावन तट पर दीपदान किया। इस दीपदान के साथ ही परंपरा अनुसार अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2021 भी सम्पन्न हुआ। इस महाआरती की संध्या में दीपोत्सव मुख्य आकर्षण का केन्द्र रहा। इस दीपोत्सव में जहां सन्निहित सरोवर और ब्रहमसरोवर के पावन तट पर लाखों दीपक जलाए गए, वहीं कुरुक्षेत्र और 48 कोस के 75 तीर्थ स्थलों पर भी बड़ी संख्या में दीपक जले। इस समापन समारोह पर दीपोत्सव का यह दृश्य अदभुत और मनमोहक रहा।

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अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2021 में पुरुषोतमपुरा बाग ब्रहमसरोवर पर राज्यपाल बंडारु दतात्रेय, केन्द्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री जी. किशन रेड्डी, सांसद नायब सिंह सैनी, भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़, विधायक सुभाष सुधा ने मंत्रोच्चारण के बीच विराट महाआरती में भाग लेकर दीपदान किया। इस आरती का मंत्रौच्चारण बलराम गौतम ने करवाया। अंतर्र्ष्ट्रीय गीता महोत्सव में गीता और ब्रहमसरोवर आरती से पहले पवित्र ग्रंथ गीता के श्लोकों का उच्चारण किया गया। इन श्लोकोच्चारण से धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र की पूरी फिजा गीतामय हो गई। इसके साथ ही विभिन्न संस्थाओं के सहयोग से बड़ी संख्या में दीपक रोशन किए गए। इन दीपों की रोशनी से ब्रहमसरोवर का पूरा तट जगमगा उठा और एक मनमोहक दृश्य नजर आया।

राज्यपाल बंडारु दतात्रेय ने प्रदेशवासियों को दीपोत्सव और गीता जयंती समारोह की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र में गीता जयंती का यह समारोह दीपोत्सव के कारण बहुत अदभुत रहा और लाखों दीपों की दीपमाला से ब्रहमसरोवर ही नहीं, कुरुक्षेत्र का दृश्य अदभुत नजर आया। भगवान श्रीकृष्ण ने कुरुक्षेत्र की ही भूमि पर महाभारत के युद्घ के बीच एक ऐसा कर्म का संदेश दिया जो आज गीता उपदेश नाम से पूरे विश्व को प्रकाशमय कर रहा है। इस पवित्र ग्रंथ गीता में जीवन जीने का सार वर्णित है। महोत्सव के कार्यक्त्रमों को आनलाईन प्रणाली से देश-विदेश तक पहुंचाया गया। इस महोत्सव के संत सम्मेलन, वैश्विक गीता पाठ, दीपोत्सव बेहतरीन कार्यक्त्रम रहे।

उन्होंने कहा कि 9 दिसम्बर से 14 दिसम्बर के लिए सभी कार्यक्त्रमों को अच्छे ढंग से आयोजित करने और दूसरी बार शहर की समाजसेवी संस्थाओं की भागीदारी सुनिश्चित करके सराहनीय कार्य किया है। यह महोत्सव आमजन का महोत्सव है, इसलिए कुरुक्षेत्र प्रशासन और केडीबी के प्रयास सराहनीय रहे हैं । हर अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के दौरान कुछ न कुछ नए कार्यक्त्रम जोड़े जा रहे हैं और इसी कड़ी में आज 55 हजार स्कूली विद्यार्थियों, देश-विदेश के लाखों लोगों ने वैश्विक गीता पाठ के दौरान गीता के श्लोकों को कंठस्थ उच्चारण कर गीता के संदेश को न केवल देश में बल्कि विदेशों में पंहुचाने का एक नया कीर्तिमान कायम किया है। गीता का प्रचार-प्रसार वैश्विक स्तर पर पंहुचाने में काफी हद तक हम सफल हुए है, इसमें कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड तथा गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानन्द जी महाराज का विशेष सहयोग रहा है।

कार्यक्त्रम के अंत में केडीबी की तरफ से सभी मेहमानों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।