सिख सैनिकों के लिए हेलमेट अनिवार्य करना सिख सिद्धांतों और मर्यादा का उल्लंघन, इसे कठोर तथा असंवेदनशील करार दिया: सरदार सुखबीर सिंह बादल

SUKHBIR SINGH BADAL
ਅਕਾਲੀ ਦਲ ਦੀ ਸੋਸ਼ਲ ਮੀਡੀਆ ਮੁਹਿੰਮ ਨੁੰ ਲੋਕਾਂ ਵੱਲੋਂ ਭਰਵਾਂ ਹੁੰਗਾਰਾ, ਸੁਖਬੀਰ ਸਿੰਘ ਬਾਦਲ ਵੱਲੋਂ ਜਾਰੀ ਕੀਤੇ ਚੋਣ ਮਨੋਰਥ ਪੱਤਰ ਨੁੰ ਸੋਸ਼ਲ ਮੀਡੀਆ ’ਤੇ 10 ਲੱਖ ਤੋਂ ਜ਼ਿਆਦਾ ਲੋਕਾਂ ਨੇ ਵੇਖਿਆ
इस कदम का विरोध करते हुए प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर हस्तक्षेप की मांग की

चंडीगढ़/13जनवरी: शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने आज प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी से अपील की है कि वह देश के सशस्त्र बलों में सिखों के लिए हेलमेट पहनना अनिवार्य करने के भारत सरकार के कथित कदम के खिलाफ व्यक्तिगत रूप से हस्तक्षेप करने की अपील की है। सरदार बादल ने ‘‘ इस कदम को उकसाने वाला और असंवेदनशील बताते हुए कहा कि यह न केवल इतिहास में अभूतपूर्व है, बल्कि सभी तर्कों को झुठलाता है क्योंकि सिख सैनिक अतीत में  भी इस तरह के हेलमेट की आवश्यकता महसूस किए बिना  हमेशा देश की रक्षा मे ंहमेशा सबसे आगे रहे हैं’’।

 

अकाली दल अध्यक्ष ने कहा,‘‘ अगर समाचार पत्रों की रिपोर्ट सहित विभिन्न स्रोतों से सामने आई जानकारी वास्तव में सच है तो हमें हैरानी है कि सरकार ने इस तरह की गंभीर भावनात्मक और धार्मिक संवेदनशीलता के मामले में सम्मानित और स्थापित सिख सिद्धांतों, मानदंडों और प्रथाओं की इस तरह से घोर अवहेलना की है। उन्होने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में कहा , ‘‘ यह सिख मर्यादा से संबंधित है और इसके साथ किसी को छेड़छाड़ करने का कोई अधिकार नही है’’।

 

सरदार बादल ने आशा व्यक्त की कि प्रधानमंत्री इस मामले में हस्तक्षेप कर आदेश देंगें कि इस संबंध में किसी भी प्रस्ताव को रोकने के लिए आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। उन्होने कहा,‘‘ अंग्रेजों ने भी सिख सैनिकों पर इस तरह का निर्णय लेने के लिए दबाव नही डाला था। उन्होने कहा कि सिख समुदाय एक देशभक्त लोग हैं, और उन्होने 1948,1962,1965 और 1971 के युद्धों सहित कारगिल सहित अन्य सभी सैनिक अभियानों में आगे बढकर नेतृत्व किया है।  सरदार बादल ने पूछा कि  अचानक इस तरह का घटनाक्रम क्यों, जब किसी भी सिख ने कभी भी इस तरह की सुरक्षा की आवश्यकता महसूस नही की ? उन्होने कहा कि उन्हे अभी तक इस संबंध में रिपोर्ट में कोई सच्चाई दिखाई नही दे रही।

 

प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में सरदार बादल ने प्रधानमंत्री श्री मोदी का ध्यान श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार साहिब ज्ञानी हरप्रीत सिंह जी द्वारा इस संबंध में रक्षा मंत्रालय के कथित कदम पर प्रकट की गई गंभीर चिंता की ओर भी दिलाया।

 

सरदार बादल  प्रेेस की एक रिपोर्ट का जिक्र कर रहे थे, जिसमें कहा गया था कि रक्षा मंत्रालय ने सिख सैनिकों के लिए तथाकथित ‘‘ विशेष रूप से डिजाइन किए गए हेलमेट’’ 1.59 लाख की थोक खरीद के लिए पहले ही ऑर्डर दे दिए हैं। उन्होने कहा कि सिख सिद्धांत में अपनी पगड़ी के उपर किसी भी तरह की कवरिंग पहनने की रोक है और दोनो विश्व युद्धों में सिखों को न तो उनकी पगड़ी के उपर इस तरह का कोई हेडगियर पहनने के लिए कहा गया तथा न ही उन्हे मजबूर किया गया।

 

और पढ़ें :- परिवहन मंत्री द्वारा सड़क सुरक्षा सप्ताह की शुरुआत; सड़क हादसों में मृत्यु दर घटाने के लिए सम्बन्धित पक्षों को ज़ोरदार प्रयास करने का आह्वान