एमसीएम में एनईपी 2020 के कार्यान्वयन पर आयोजित वेस्टर्न ज़ोन के कुलपति सम्मेलन की लाइव स्ट्रीमिंग

महाराज सयाजीराव यूनिवर्सिटी ऑफ बड़ौदा, गुजरात द्वारा आयोजित राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के कार्यान्वयन पर वेस्टर्न ज़ोन के कुलपति सम्मेलन को मेहर चंद महाजन डीएवी महिला महाविद्यालय, सेक्टर 36-ए, चंडीगढ़ में तीन स्थानों पर लाइव स्ट्रीम किया गया। सम्मेलन में गुजरात के माननीय मुख्यमंत्री और केंद्र व राज्य शिक्षा मंत्रियों यूजीसी और एआईसीटीई के अध्यक्षों, राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त कई विश्वविद्यालयों के कुलपतियों, सरकारी अधिकारियों, नीति निर्माताओं, उद्योगजगत और समाजिक संगठनों के प्रमुख सहित देश भर के शिक्षा क्षेत्र के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। माननीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जी ने सम्मेलन पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के कार्यान्वयन यह विचार विमर्श शिक्षा प्रणाली के लिए फायदेमंद होगा ।
इस सम्मेलन ने भारत में उच्च शिक्षा पर शिक्षा नीति के प्रभाव की बेहतर समझ के साथ-साथ वैचारिक मंथन और सामूहिक रणनीतियों को विकसित करने के लिए एक मंच प्रदान किया।
विद्यार्थियों और शिक्षकों की अधिकतम भागीदारी के लिए कॉलेज में तीन अलग अलग स्थानों पर लाइव स्ट्रीमिंग की व्यवस्था की गई। जिसमें लगभग 200 विद्यार्थियों सहित संकाय सदस्य शामिल हुए। लाइव स्ट्रीमिंग का लिंक भी विद्यार्थियों में साझा किया गया ताकि सभी अपने उपकरणों पर लाइव स्ट्रीमिंग देख सके।
प्रतिनिधियों ने एनईपी 2020 के कार्यान्वयन से सहक्रियात्मक प्रभाव सुनिश्चित करने के लिए विचारों के मंथन की आवश्यकता पर बल दिया। किसी भी शैक्षणिक संस्थान की सुदृढ़ता के लिए, यह महत्वपूर्ण है कि उसके परिवेश में आया परिवर्तन शिक्षा प्रणाली में प्रतिबिंबित हो और यह सम्मेलन इस उद्देश्य की पूर्ति की अभिव्यक्ति था।
कॉलेज प्राचार्या डॉ. निशा भार्गव ने लाइव स्ट्रीमिंग की व्यवस्था द्वारा शिक्षण क्षेत्र में हितधारकों के एक बड़े वर्ग तक पहुँचने के इस प्रयास के लिए यूजीसी के शीर्ष निकाय के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने यह भी कहा कि डीएवी के सभी संस्थान दृढ़ता से सुनिश्चित करते है कि उच्च शिक्षा जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में सक्रिय,सुलभ और लचीली बनी रहे । उन्होंने यह भी कहा कि हमारे देश में उच्च शिक्षा प्रणाली का दृष्टिकोण वास्तव में तभी सार्थक होगा जब वह हमारी संस्कृति के लोकाचार में निहित हो ।