शिरोमणी अकाली दल ने सत्ताधारी पार्टी के सदस्यों को निजी लाभ पहुंचाने के लिए भगवंत मान सरकार द्वारा सत्ता के घोर दुरूपयोग का पर्दाफाश किया

— मुख्यमंत्री की सुरक्षा के लिए सरकारी स्कूल परिसर का दुरूपयोग करने और इस मकसद के लिए सरकारी स्कूलों में छुटटी की घोषणा करना निंदनीय

— सरदार सुखबीर सिंह बादल की माफी पर सुखदेव सिंह ढ़ींडसा की प्रतिक्रिया की सराहना की

चंडीगढ़/15दिसंबर:

शिरोमणी अकाली दल ने आज सत्ताधारी पार्टी के सदस्यों को निजी लाभ पहुंचाने के लिए भगवंत मान सरकार द्वारा सत्ता के घोर दुरूपयोग को उजागर किया , साथ ही पार्टी ने मुख्यमंत्री की सुरक्षा के लिए सरकारी स्कूलों के परिसरों का दुरूपयोग करने और उनमें छुटटी की घोषणा करने की आलोचना कीहै। पार्टी ने पार्टी अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल द्वारा माफी मांगने पर वरिष्ठ नेता सुखदेव सिंह ढ़ींडसा की प्रतिक्रिया की भी सराहना की है।

यहां एक प्रेस कांफ्रेस को संबोधित करते हुए पार्टी प्रवक्ता शमिंदर कौर और कैंपस अध्यक्ष भूरा सिंह के साथ पार्टी मुख्यालय में एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए पार्टी के मुख्य प्रवक्ता और लीगल विंग के अध्यक्ष एडवोकेट अर्शदीप सिंह कलेर ने कहा कि सरकार ने 5 सितंबर को चंडीगढ़ के पास स्थित फाॅरेस्ट हिल रिसाॅर्ट पर नियमों और विनियमों के घोर उल्लंघन का आरोप लगाते हुए  नोटिस जारी किया था। उन्होने कहा कि होटल अधिकारियों ने  आरोपों का जवाब दिया और 13.10.23 को कैबिनेट मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर की अध्यक्षता वाले  संबंधित विभाग को एक विस्तृत जवाब प्रस्तुत किया। उन्होने कहा कि होटल अधिकारियों के जवाब और उसके खिलाफ की गई कार्रवाई के बारे लोगों को बताए बिना  7.11.23 को कैबिनेट मंत्री मीत हेयर का विवाह समारोह आयोजित किया गया था।

इस बारे में अन्य जानकारी देते हुए उन्होने कहा कि होटल के खिलाफ सरकार की कार्रवाई और बाद में इसके खिलाफ कार्रवाई का खुलासा किए बिना इसे फिर से काम करने की अनुमति देना और मंत्री के समारोह की मेजबानी करना भ्रष्ट आचरण की और संकेत करता है। उन्होने कहा कि यह वही मंत्री है जिन पर पहले कुख्यात कुल्चा मामले में सत्ता का दुरूपयोग करने का आरोप लगाया था, जहां एक होटल को भी नोटिस जारी किया गया था।

उन्होने कहा कि भगवंत मान की अगुवाई वाली आप सरकार की कार्रवाई से संकेत मिलता है कि सत्ताधारी पार्टी के सदस्यों को लाभ पहुंचाने के लिए गुप्त एजेंडे के तहत कुछ चल रहा है। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान को इस मुददे पर स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।

एक अन्य मुददा उठाते हुए अकाली दल के मुख्य प्रवक्ता ने कहा कि आप सरकार ने 16.12.23 को सभी सरकारी स्कूलों के अभिभावक-शिक्षक मीटिंग आयोजित करने के आदेश जारी किए थे। लेकिन आज बठिंडा के स्कूलों को बंद करने का आदेश जारी किया गया है, ताकि मुख्यमंत्री सुरक्षा को समायोजित किया जा सके क्योंकि मुख्यमंत्री उसी दिन बठिंडा जिले में रैली करेंगें। उन्होने कहा कि यह बेहद निंदनीय है कि आप सरकार को बच्चों की भलाई और शिक्षा के बारे में कम चिंता है और मुख्यमंत्री सुरक्षा विस्तार के बारे अधिक चिंतित हैं।

एक अन्य मुददा उठाते हुए वकील कलेर ने लाॅरेंस बिश्नोई इंटरव्यू के मुददे की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया था, जिसने पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय को अपनी रिपोर्ट सौंपी है, जिसमें कहा गया है कि पंजाब जेल में इंटरव्यू आयोजित करना अपरिहार्य है। उन्होने कहा कि मामले की सच्चाई यह है कि बिश्नोई का दूसरा साक्षात्कार उसी पोशाक में हुआ था, जिसकी तस्वीर पंजाब पुलिस ने यह दावा करते हुए जारी की थी कि उसने पंजाब ने वही पोशाक डाली थी। उन्होने आशंका जताई कि सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में बिश्नोई को बरी कराने की साजिश रची जा सकती है।
मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए अकाली दल के प्रवक्ता ने कहा कि सरदार सुखबीर सिंह बादल द्वारा माफी मांगने पर वरिष्ठ नेता सुखदेव सिंह ढ़ींडसा की प्रतिक्रिया एक सकारात्मक घटनाक्रम है और भविष्य में जो कुछ भी होगा वह पार्टी की वरिष्ठ लीडरशीप और उनके बीच होगा।

मीडिया द्वारा उठाए गए सवालों का जवाब देते हुए अकाली नेता ने मुख्यमंत्री भगवंत मान से पूछा कि उन्होने श्री गुरु नानक देव जी के गुरुपर्व की पूर्व संध्या पर सुल्तानपुर लोधी गुरुद्वारा साहिब में जो किया वह इंदिरा गांधी द्वारा श्री दरबार साहिब पर हमले के बराबर था, क्योंकि यह 1984 के बाद ऐसा किया गया था। गुरुद्वारा साहिब पर ऐसा हमला हो चुका है। उन्होने कहा कि इंदिरा गांधी की तर्ज पर मुख्यमंत्री इस मामले में दोषी हैं, उन्हे इस घटना के बारे जवाब देना चाहिए और राज्य में मोरिंडा, श्री आनंदपुर साहिब और पटियाला के अलावा अन्य बेअदबी की घटनाओं के बारे पंजाबियों को जवाब देना चाहिए कि वह बार बार  सिख समुदाय की भावनाओं को आहत क्यों कर रहे हैं?