राजनीति सेवा का माध्यम है और राजनीति सुख-सुविधाएं भोगने के लिए नहीं हैं’’ – ऊर्जा, परिवहन एवं श्रम मंत्री श्री अनिल विज

‘भारतीय जनता पार्टी के लिए सेवा करना कोई नया क्षेत्र नहीं है, पार्टी में प्रवेश के दौरान ही सेवा के बारे में पढा दिया जाता है’’- अनिल विज

आने वाली 17 सितंबर से 2 अक्तूबर तक सघन सेवा प्रकल्प चलाए जाएंगें – विज

चंडीगढ़, 09 सितम्बर 2025

हरियाणा के ऊर्जा, परिवहन एवं श्रम मंत्री श्री अनिल विज ने कहा कि ‘‘राजनीति सेवा का माध्यम है और राजनीति सुख-सुविधाएं भोगने के लिए नहीं हैं’’। उन्होंने कहा कि ‘भारतीय जनता पार्टी के लिए सेवा करना कोई नया क्षेत्र नहीं है क्योंकि जिस प्रकार से बच्चा के पैदा होने पर दाई गुडती देती है, उसी प्रकार से भारतीय जनता पार्टी में प्रवेश करने पर सेवा करने के संबंध में पढा दिया जाता है’।

श्री विज आज पंचकूला में मीडिया कर्मियों के सवालों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि आने वाली 17 सितंबर को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का जन्मदिन मनाया जाएगा और 17 सितंबर से 2 अक्तूबर तक सघन सेवा प्रकल्प चलाए जाएंगें। श्री विज ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का 17 सितंबर को जन्मदिन है और 2 अक्तूबर को महात्मा गांधी जी का जन्मदिवस है इसलिए 17 सितंबर से 2 अक्तूबर तक सघन सेवा के कार्यांे को करने के लिए पार्टी द्वारा इकटठे बैठकर बताया जाएगा कि किस-किस प्रकार से कार्यों को आयोजित करना है।

उन्होंने कहा कि सेवा का क्षेत्र बहुत ही ज्यादा बडा है और सेवा के क्षेत्र में जितना चाहे, उतना कार्य किया जा सकता है। इसके तहत रक्तदान शिविर लगाना, पौधारोपण करना, शिक्षा के संबंध में कोई प्रकल्प आयोजित किया जा सकता है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि जिस प्रकार से जन्मदिन के दौरान केक के ऊपर एक या दो वर्ष पूरे होने पर मोमवती रखी जाती है, उसी प्रकार प्रधानमंत्री जी के 75वें जन्मदिन पर 75 की इकाई को ध्यान में रखते हुए कार्य किए जाएंगें।

प्रधानमंत्री जी का 75वां जन्मदिन है और इसलिए 75 पौधे लगाए जाएं या अन्य प्रकार की गतिविधियां की जाए, के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में श्री विज ने कहा कि यह अच्छी बात है क्योंकि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी हमारे देश के प्रधानमंत्री तो हैं ही, बल्कि वे पूरे विश्व में एक ब्रांड बन चुके हैं। श्री मोदी जी के जन्मदिन को मनाने के लिए 75 के आंकडे को मानक बनाया गया है और जो भी कार्य किया जाए वह 75 को सामने रखकर किया जाए।