जाखड़ और रंधावा बेअदबी मामले पर ड्रामा करने के बजाए लोगों को न्याय दिलाएं
एक और एसआईटी का गठन, बेअदबी मामले को टालने का नया तरीका
चंडीगढ़, 27 अप्रैल 2021
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और विधानसभा में नेता विपक्ष हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि बेअदबी मामले में जैसा बादल चाहते थे, वैसा ही कैप्टन सरकार कर रही है। कैप्टन शुरू से ही बादलों को बचा रहे हैं। अब फिर से मामले को टालने के लिए कैप्टन सरकार ने नई एसआईटी का गठन करने का फैसला किया है। कैप्टन नहीं चाहते की बेअदबी और गोलीकांड के दोषियों को सजा हो और पीडि़तों को न्याय मिले।
चीमा ने कहा कि हाईकोर्ट के डबल बेंच में अपील करने के बजाए कैप्टन सरकार ने सिंगल बेंच के फैसले के अनुसार ही तुरंत नई एसआईटी बनाने का ऐलान कर दिया। इससे पता चलता है कि बादलों को बचाने के लिए कैप्टन सरकार ने जानबूझकर हाईकोर्ट में केस कमजोर करवाया, जिसके कारण एसआईटी रिपोर्ट खारिज हुई।
उन्होंने कहा, 2016 में पंजाब के तत्कालीन गृह मंत्री सुखबीर सिंह बादल ने खुद कैप्टन अमरिंदर सिंह के सी.टी सेंटर स्कैम और इंप्रूवमेंट ट्रस्ट केस को वापस ले लिया था। अब कैप्टन अमरिंदर सिंह बादलों पर लगे बेअदबी और गोलीकांड मामले के दाग धो रहे हैं। बादलों को बचाने के लिए ही कैप्टन सरकार ने बार-बार जांच आयोग और एसआईटी का गठन किया ताकि मामले को लटकाया जा सके।
कैबिनेट मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा और पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ के इस्तीफे पर प्रतिक्रिया देते हुए चीमा ने कहा कि अब पंजाब के लोगों को पता चल चुका है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह बादलों से मिले हुए हैं और उन्हें बचा रहे हैं। इसीलिए जाखड़ और रंधावा नाटक कर रहे हैं। ड्रामा करने के बजाए कांग्रेस नेता बेअदबी मामले में लोगों को न्याय दिलाएं। उन्होंने कहा कि 2022 में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद इस मामले की फिर से जांच होगी और दोषियों को सजा दिलायी जाएगी।
कोरोना से लोगों को बचाने के बजाय बादलों को बचाने में लगे हैं कैप्टन-पंजाब में बढ़ते कोरोना के मामले और मृत्यु पर चीमा ने कहा कि कैप्टन सरकार को लोगों के जान की कोई परवाह नहीं है। मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह कोरोना से लोगों को बचाने के बजाय बादलों को बचाने में लगे हैं। उन्होंने आप कार्यकर्ताओं से प्लाज्मा दान करने, दवाइयों और ऑक्सीजन की आपूर्ति में सहयोग करने की अपील की।

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