चंडीगढ़, 8 मई:
पंजाब विधानसभा के स्पीकर राणा के.पी. सिंह ने महाराणा प्रताप जयंती की सबको हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं।
महाराणा प्रताप जयंती की पूर्व संध्या पर यहाँ से जारी एक संदेश में उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप एक राष्ट्रीय नायक हैं। इतिहास इस बात का गवाह है कि महाराणा प्रताप ने केवल एक वर्ग के लिए ही नहीं बल्कि समाज के सभी वर्गों के हितों की रक्षा करते हुए पूरे भारत देश का नेतृत्व किया था और गुलामी के विरोध में आजादी की पहली लड़ाई इसी महान योद्धा ने शुरू की थी।
काबिलेगौर है कि महाराणा प्रताप का जन्म 9 मई 1540 ई. विक्रमी संवत 1596 ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की तीसरी को राजस्थान के मेवाड़ हलके के किला कुंभलगढ़ में महाराणा उदय सिंह के घर माता जयावंतां बाई की कौख से हुआ। महाराणा प्रताप ने उस मुगल अकबर की राजनीति के खिलाफ संघर्ष किया, जिसने हिन्दुस्तान के टुकड़े-टुकड़े करने और हमारे धार्मिक स्थानों को तोडऩे का बीड़ा उठाया था। उन्होंने अपने स्वाभिमान को कायम रखा और भीलों को संगठित करके अकबर के हर हमले का मुँह तोड़ जवाब दिया। अपने 25 सालों के राजकाल में महाराणा प्रताप 22 सालों तक युद्ध लड़ते रहे। यह बात उनकी शूरवीरता और महान योद्धा होने का प्रतीक है। स्पीकर ने कहा कि आज भी महाराणा प्रताप की देशभक्ति अजऱ और अमर है और वह देश की युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत हैं।
राणा के. पी. सिंह ने कहा कि इस साल पूरे देश में कोरोना महामारी के कारण लॉकडाउन होने के चलते महाराणा प्रताप जयंती पर कोई प्रोग्राम नहीं किया जा रहा है परन्तु उन्होंने अपील की कि महाराणा प्रताप के जन्म दिवस के अवसर पर अपने घरों में रात को 8 बजे दीपक जलाकर और यदि संभव हो तो, महाराणा प्रताप की तस्वीर पर श्रद्धा के फूल भेंट करके यह जयंती मनाएं और भारत के इस महान नायक को नम्र श्रद्धांजलि भेंट करें।

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