‘आप’ विधायकों ने कैप्टन सरकार पर उठाए सवाल
चंडीगढ़, 28 जुलाई 2021
आम आदमी पार्टी (आप) ने राज्य के दलित विद्यार्थियों की पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप स्कीम में हुए अरबों रुपए के घोटाले से सम्बन्धित दस्तावेज सी.बी.आई को न सौंपे जाने पर कई सवाल खड़े किये हैं और वजीफा घोटाले के लिए जिम्मेदार मंत्री साधू सिंह धर्मसोत को तुरंत बर्खास्त करने की मांग की है।
बुधवार को जारी संयुक्त बयान में पार्टी की नेता प्रतिपक्ष की उप नेता बीबी सरबजीत कौर माणूंके, विधायक प्रिंसिपल बुद्धराम, मास्टर बलदेव सिंह और रुपिन्दर कौर रूबी ने कहा कि कांग्रेस सरकार अपने भ्रष्ट मंत्री, विधायकों और चहेते अफसरों को बचाने के लिए इस बहु-करोड़ी घोटाले का रिकार्ड सी.बी.आई को नहीं सौंपना चाहती।
बीबी सरबजीत कौर माणूंके और प्रिंसिपल बुद्धराम ने आरोप लगाया कि खुद को दलितों का मसीहा कहलवाने वाली कांग्रेस जमात बादलों की तरह लाखों दलित विद्यार्थियों का करोड़ों रुपए निगल गई और उनका (दलित विद्यार्थियों) भविष्य तबाह कर दिया। पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप (वजीफे) पर निर्भर लाखों लायक और होनहार दलित विद्यार्थी उच्च शिक्षा से वंचित रह गए और लाखों विद्यार्थी पढ़ाई पूरी करने के उपरांत भी डिग्रियां प्राप्त करने के लिए तरस रहे हैं, जिस के लिए पहले बादल और अब कांग्रेस सरकार जिम्मेदार है।
‘आप’ विधायकों ने कहा कि वजीफा घोटाले के मुख्य सरगना और मंत्री साधू सिंह धर्मसोत को तीन आई.ए.एस अफसरों की समिति की ओर से क्लीन चिट्ट दिलाने वाली कैप्टन सरकार अगर सचमुच सही है तो सी.बी.आई जांच का सामना करने से क्यों भाग रही है?
‘आप’ नेताओं ने कहा कि सैद्धांतिक तौर पर आम आदमी पार्टी प्रदेश में केंद्रीय जांच एजेंसियों की जांच का समर्थन नहीं करती, परंतु आरोपियों को बचाने के लिए सत्ताधारी कांग्रेस ने अरबों रुपए का घोटाले के लिए गठित ‘क्लीन चिट्ट’ जांच समितियों ने केंद्र की जांच एजेंसी को मौका दे दिया है। इस लिए अब इस मामले की सी.बी.आई जांच करवाने में पंजाब सरकार को सहयोग देना चाहिए।

English





