अरोड़ा ने स्वास्थ्य मंत्री मांडविया से की मुलाकात, नए एनएमसी दिशानिर्देशों पर व्यक्त की चिंता

लुधियाना, 16 दिसंबर:

लुधियाना से सांसद (राज्यसभा) संजीव अरोड़ा ने दिल्ली में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख  मांडविया से मुलाकात की और अगस्त 2023 में नेशनल मेडिकल काउंसिल (एनएमसी) द्वारा जारी किए गए नए दिशानिर्देशों पर चिंता व्यक्त की। यह चिंता
मेडिकल एजुकेशन से जुड़े सभी लोगों द्वारा व्यक्त की जा रही है।

अरोड़ा ने बताया कि सबसे पहले, इस अधिसूचना में सभी अस्पतालों के लिए 150 एमबीबीएस सीटों की कैपिंग तर्कहीन है। उन्होंने पूछा कि सभी संस्थानों के लिए 150 सीटें कैसे सीमित की जा सकती हैं। आज खुलने वाला कोई संस्थान दशकों से चल रहे संस्थानों के बराबर नहीं हो सकता। नए संस्थानों के लिए इसकी सीमा तय की जा सकती है लेकिन पुराने संस्थानों के लिए तब तक कोई सीमा नहीं होनी चाहिए जब तक वे सभी मानदंडों को पूरा करते हों।

उन्होंने कहा कि रेस्पिरेटरी सब्जेक्ट्स को यूजी कोर्स के लिए जनरल मेडिसिन के अंतर्गत शामिल किया गया है। हालांकि, हाल की कोविड महामारी, टीबी और चीन में हाल ही में एक और महामारी के बढ़ने के कारण श्वसन संबंधी बीमारी आम होती जा रही है, जो फेफड़ों से संबंधित भी है। इसलिए उन्होंने केंद्रीय मंत्री से आग्रह किया कि एनएमसी को रेस्पिरेटरी सब्जेक्ट्स को जनरल मेडिसिन से अलग करने की जरूरत है।

अरोड़ा ने यह भी बताया कि नए कॉलेजों की शुरुआत के लिए पूर्ण बुनियादी ढांचे की शर्त भी तर्कहीन है। इसे पिछली नीति के अनुसार चरणवार अनुमति दी जानी चाहिए। जैसे-जैसे कक्षाएं आगे बढ़ेंगी, बुनियादी ढांचे को जोड़ने की अनुमति दी जानी चाहिए।

मंत्री इन सभी मुद्दों पर ध्यान देने के लिए सहमत हुए क्योंकि वह अरोड़ा द्वारा उठाए गए मुद्दों से कमोबेश सहमत थे।