भाजपा की अगुवाई वाली केंद्र सरकार ने किसानों, गरीबों और सिख समुदाय को निराश किया: बीबा हरसिमरत कौर बादल

राष्ट्रपति के अभिभाषण में भाग लेते हुए बीबा बादल ने कहा कि किसानों की आय दोगुनी नही हुई, तथा गरीब अब भी अच्छे दिनों का इंतजार कर रहे

चंडीगढ़/08फरवरी :-  शिरोमणी अकाली दल की वरिष्ठ नेता बीबा हरसिमरत कौर बादल ने आज कहा है कि भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने सिख समुदाय के साथ भेदभाव करने के साथ साथ गरीबों को भी निराश कर दिया है। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर बहस में भाग लेते हुए बीबा बादल ने कहा कि सरकार 2014 में  किए गए वादे के अनुसार किसानों की आय को दोगुना करने में विफल रही है। उन्होने कहा, ‘‘ आय दोगुनी करना तो भूल ही जाइए, किसानों से जुड़े सभी कच्चे माल चाहे वह डीजल हो, बीज हो , खाद हो यां ट्रैक्टर हो  के दाम कई गुणा बढ़ गए हैं। वित्तमंत्री ने यह भी स्वीकार किया है कि पिछले छह साल में किसानों का कर्ज 53 फीसदी बढ़ा है। बीबा बादल ने कहा कि इसका परिणाम यह भी हुआ है कि किसानों की आत्महत्या में बहुत ज्यादा बढ़ोतरी हुई है क्योंकि केंद्र सरकार ने खुद स्वीकार किया है कि हर दिन 136 किसान आत्महत्या कर रहे हैं, जिसका मतलब है कि सालाना 15000 किसान आत्महत्या कर रहे हैं। उन्होने यह भी खुलासा किया कि तीनों काले कानूनों को वापिस लेने के लिए आंदोलन करना पड़ा और कैसे न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को कानूनी गारंटी बनाने के लिए किया गया वादा अभी तक पूरा नही किया गया है।

अकाली नेता ने कहा कि पिछले नौ सालों में गरीब और ज्यादा गरीब हो गए हैं और ,‘‘ जो लोग अच्छे दिनों का इंतजार कर रहे थे, वे मुद्रास्फीति, कर्ज और भूखमरी में बहुत ज्यादा वृद्धि का सामना कर रहे हैं। उन्होने कहा, ‘‘ अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने खुलासा किया है कि कैसे पिछले नौ सालों में कर्जाई औसतन 43 हजार रूपये से 1 लाख रूपये प्रति व्यक्ति तक 250 फीसदी तब बढ़ी है। उन्होने कहा कि विश्व असमानता रिपोर्ट ने खुलासा किया है कि कुल राष्ट्रीय आय का 57 फीसदी 10 फीसदी लोगों द्वारा नियंत्रित किया गया है और कैसे समाज के सबसे निचले तबके के 50 फीसदी लोगों की राष्ट्रीय आय में कुल हिस्सेदाारी 13 फीसदी है।

बीबा बादल ने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार भी सिख समुदाय के साथ भेदभाव कर रही है।उन्होने कहा कि एक सजायाफ्ता बलात्कारी- गुरमीत राम रहीम को बार बार पैरोल दी जा रही है। उन्होने कहा, ‘‘ बिलकिस बानो के बलात्कारी को भी छूद दी गई, जबकि बंदी सिंहों जिनकी सजा पूरी होने के बाद भी  30 साल से कैद में रखा गया है। उन्होने कहा कि केंद्र सरकार ने 2019 में श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व के अवसर पर सभी बंदी सिंहों को रिहा करने की प्रतिबद्धता के बावजूद अभी तक जेल की सजा काट रहे हैं।

वरिष्ठ अकाली नेता ने कहा कि  1984 में श्री दरबार साहिब पर हमला करने और समुदाय के खिलाफ कत्लेआम करने वाली कांग्रेस के हाथों भेदभाव का सामना करने वाले सिख अब भाजपा कार्यकाल के दौरान अपने धार्मिक संस्थानों पर हमले देख रहे हैं। उन्होने बताया कि किस तरह से एसजीपीसी को कमजोर करने की साजिश की जा रही है, और कैसे हरियाणा में गुरुद्वारों को एक अलग प्रबंधन कमेटी एसजीपीसी के दायरे से बाहर कर दिया गया है। उन्होेने बताया कि कैसे श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के दो साहिबजादों के सर्वोच्च बलिदान को श्री अकाल तख्त साहिब द्वारा सुझाए गए  साहिबजादा शहादत दिवस के बजाय वीर बाल दिवस के रूप में मनाकर सिख समुदाय की भावनाओं को आहत किया गया है।

बीबा बादल ने कहा कि एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार इस सरकार के कार्यकाल के दौरान  26 फीसदी अपराध में वृद्धि होने के साथ ही महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराध में बढ़ोतरी हुई है।

 

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