कैप्टन के घर-घर रोजग़ार देने के नारे का मतलब सिर्फ कांग्रेसियों के घर रोजग़ार- हरपाल सिंह चीमा

Harpal Cheema
ਬਾਦਲ ਦਲ ਦੀ ਬੁਖਲਾਹਟ ਦੀ ਨਿਸ਼ਾਨੀ ਹੈ ਸੁਖਬੀਰ ਬਾਦਲ ਵੱਲੋਂ ਚੋਣ ਸਰਵੇਖਣਾਂ 'ਤੇ ਪਾਬੰਦੀ ਦੀ ਮੰਗ: ਹਰਪਾਲ ਸਿੰਘ ਚੀਮਾ

नियमों की उल्लघंना कर कांग्रेसी विधायकों के बेटों को दी नौकरियां रद्द करे सरकार
चंडीगढ़, 19 जून 2021
पंजाब की कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार की ओर से कांग्रेसी विधायक फतेहजंग सिंह बाजवा के बेटे को पुलिस इंस्पेक्टर और विधायक राकेश पांडे के बेटे को नायब तहसीलदार की नौकरी देने की अलोचना करते आम आदमी पार्टी के सीनियर नेता और पंजाब विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि कैप्टन सरकार के इस फैसले से कांग्रेस सरकार का लोक विरोधी चेहरा पंजाब वासियों के सामने नंगा हो गया है। उन्होंने कहा कि कैप्टन सरकार के इस फैसले से पता चलता है कि चुनाव के दौरान पंजाब के नौजवानों को घर घर रोजग़ार देने के नारे का मतलब केवल कांग्रेसियों के घर रोजग़ार देना और आम लोगों के बेटे बेटियों को बेरोजग़ार करना था।
शनिवार को पार्टी के मुख्य दफ़्तर से जारी बयान के द्वारा हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि आम आदमी पार्टी कैप्टन सरकार के नियमों की उल्लंघन करके केवल कांग्रेसी अमीर विधायकों के बच्चों को नौकरियां देने के फ़ैसले की सख्त निंदा करती है, क्योंकि पंजाब के नौजवान नौकरियां लेने के लिए धरने प्रदर्शन कर रहे हैं, जबकि कच्चे रखे अध्यापक और अन्य मुलाजिम अपनी नौकरियां रेगुलर करवाने के लिए भूख हड़ताल कर रहे हैं।
चीमा ने कहा कि देश की आज़ादी के लिए शहीद होने वाले शहीदों के बच्चे दिहाडिय़ां करने के लिए मज़बूर हैं, परन्तु अमीर कांग्रेसियों के बेटे बेटियों को पंजाब पुलिस विभाग में इंस्पेक्टर और माल विभाग में नायब तहसीलदार की नौकरियां दी गई हैं। इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के पोते और लोक सभा मैंबर रवनीत सिंह बिट्टू के भाई को पुलिस विभाग में डी.एस.पी के पद पर नियुक्त किया गया।
चीमा ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह अपनी कुर्सी बचाने की खातिर ग़ैर संवैधानिक और नौजवानों के विरुद्ध फ़ैसले कर रहे हैं। पंजाब में कानून नाम की कोई चीज़ नहीं है। पंजाब के ईटीटी टैट पास बेरोजग़ार अध्यापक नौकरियां लेने और कच्चे अध्यापक पक्के करने की मांग कर रहे हैं, जिन पर कांग्रेस सरकार की ओर से लाठियां और पानी की बौछारें मार कर जुल्म किया जा रहा है।
कैप्टन अमरिंदर सिंह की ओर से कांग्रेसी विधायकों के बच्चों को तरस के आधार पर नौकरी देने के फ़ैसले को हास्यप्रद करार देते हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि उस काले दौर में ओर बहुत से परिवारों के सदस्य मारे गए थे। क्या कैप्टन सरकार बताएगी उन मरने वालों के कितने बच्चों को नौकरियां दी हैं? चीमा ने कहा कि पंजाब सरकार नियमों की उल्लंघन करके कांग्रेसी विधायकों के बेटों को दी नौकरियां तुरंत रद्द करे और पंजाब के आम लोगों के बेरोजगार बेटे-बेटियों को नौकरियां देने का प्रबंध करे।