नौजवान किसान शुभकरण  की मौत के लिए सीधे तौर पर मुख्यमंत्री जिम्मेदार: शिरोमणी अकाली दल

सरदार बिक्रम सिंह मजीठिया तथा डाॅ. दलजीत सिंह चीमा ने मुख्यमंत्री के खिलाफ मामला दर्ज करने एवं तत्काल इस्तीफा देने की मांग की
 ऐसे हालात में रंगला पंजाब कार्यक्रम करवाने की निंदा की, कलाकारों को कार्यक्रम का बहिष्कार करने की अपील की
कहा कि आप पार्टी को छोड़कर सभी राजनीतिक पार्टियां , किसान यूनियनों तथा सामाजिक संगठनों का संक टपर चर्चा के लिए एकजुट होने की अपील की
 
चंडीगढ़/22फरवरी
 शिरोमणी अकाली दल ने आज युवा किसान शुभकरन सिंह की मौत के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान को जिम्मेदार ठहराया है तथा उन्हे तत्काल इस्तीफा देने की मांग की है।
 
यहां एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए अकाली दल के वरिष्ठ नेता सरदार बिक्रम सिंह मजीठिया और डाॅ.दलजीत सिंह चीमा ने मुख्यमंत्री  पर  हरियाणा सरकार के साथ साथ केंद्र सरकार का दलाल होने का आरोप लगाया है और कहा है कि उन्होने 13 फरवरी से पंजाब क्षेत्र पर पंजाब के किसानों पर हमला करने वाले हरियाणा पुलिस कर्मियों के खिलाफ एक भी मामला दर्ज नही किया है, जिसके कारण शुभकरण सिंह की मौत हो गई है।
 
दोनों वरिष्ठ नेताओं ने जोर देकर कहा कि अकाली दल किसानों को दिल्ली जाने की अनुमति देने जैसे बयान देकर मुख्यमंत्री को अपने पापों को छिपाने की अनुमति नही देगा। उन्होने कहा, ‘‘अगर भगवंत मान को ऐसा लगता था तो फिर उन्होने हरियाणा पुलिस को पंजाब क्षेत्र पर बैरिकेड लगाने की आज्ञा क्यों दी? उन्होने कहा कि उन्होने पंजाब की आर्थिक  रास्ते रोकने पर एतराज क्यों नही किया? उन्होने केंद्रीय मंत्रियों के साथ मीटिंग में स्पष्ट रूख क्यों नही अपनाया?
 
सरदार मजीठिया तथा डाॅ. चीमा ने मुख्यमंत्री से यह स्पष्ट करने को कहा कि उन्होने इस गंभीर मुददे पर केंद्रीय गृहमंत्री यां प्रधानमंत्री से मुलाकात क्यों नही की। उन्होने कहा कि अब यह स्पष्ट है कि भगवंत मान ने ऐसा इसीलिए नही किया क्येांकि हरियाणा सरकार के जरिए यह काम करने की उनकी योजना थी। इन नेताओं ने कहा कि अगर ऐसा होता तो मुख्यमंत्री ने बाॅर्डर खोलने के लिए सीधे राज्य के डीजीपी को आदेश दिया होता यां बाॅर्डर खोलने के लिए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया होता। उन्होने कहा कि वर्तमान संकट के लिए मुख्यमंत्री जिम्मेदार हैं जिसके कारण पंजाब देश से कट गया है।
 
वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि यह बेहद निंदनीय है कि यह सब तब हो रहा है जब मुख्यमंत्री ने सप्ताह भर चलने वाले रंगला पंजाब कार्यक्रम की मेजबानी करने की घोषणा की , जिसपर राज्य के खजाने से 55 करोड़ रूपये खर्च किए जा रहे हैं। उन्होने कार्यक्रम में आमंत्रित कलाकारों से कार्यक्रम का बहिष्कार करने की अपील की, क्योंकि आप सरकार ने राज्य को खूनी पंजाब बना दिया है।
 
सरदार मजीठिया और डाॅ. चीमा ने आप को छोड़कर सभी राजनीतिक पार्टियों, किसान यूनियनों और सामाजिक संगठनों से मौजूदा संक टपर चर्चा करने और किसानों के साथ एकजुटता व्यक्त करने की अपील की है। 
 
उन्होने यह भी मांग की कि आप सरकार विधानसभा के आगामी सत्र में एक विधेयक पारित करें और यह घोषणा करें कि पंजाब में सभी फसलों की खरीद राज्य सरकार द्वारा एमएसपी पर की जाएगी। मुख्यमंत्री केे प्रदेश की बागडोर संभालने से पहले की घोषणा की थी जिसे अब पूरा किया जाना चाहिए।
वरिष्ठ अकाली नेताओं ने शंभू तथा खनौरी बाॅर्डरों पर मानवाधिकारों के उल्लंघन को तत्काल समाप्त करने का भी आहवाहन किया। उन्होने कहा,‘‘ ऐसी खबरें है कि 10 से 12 किसान लापता है, जबकि सैंकड़ों अन्य घायल हैं। उन्होेने कहा कि ऐसे मामलों में सरकार द्वारा पारदर्शी तरीके से रिपोर्ट की जानी चाहिए और आप सरकार को शुभकरण की मौत की पुष्टि करने में छह घंटे से अधिक समय लग जाने के कारण अफसोस जताते हुए कहा कि आप सरकार के समय कानून व्यवस्था की स्थिति चरमरा गई है। उन्होने कहा कि भगवंत मान इस सबके लिए जिम्मेदार है और ऐसा व्यवहार कर रहे हैं, जैसे वह मुख्यमंत्री नही, बल्कि एक टाउट हैं।