हरियाणा संस्कृत अकादमी द्वारा संस्कृत भाषा के प्रचार- प्रसार के लिए प्रयास किए जा  रहे हैं

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चण्डीगढ़, 4 अप्रैल – हरियाणा संस्कृत अकादमी द्वारा संस्कृत भाषा के प्रचार- प्रसार के लिए प्रयास किए जा  रहे हैं। संस्कृत लेखन में साहित्यकारों की संख्या और बढ़ाने के लिए पुरस्कारों की संख्या बढ़वाई गई है, साथ ही उसकी पुरस्कार राशि में भी वृद्धि की गई है। संस्कृत गुरुकुलों को शिक्षा बोर्ड से मान्यता दिलवाने के साथ-साथ केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय से सीधे ग्रांट दिलवाने में भी अग्रणी भूमिका निभाई है।

संस्कृत अकादमी के निदेशक डॉ. दिनेश शास्त्री ने बताया कि संस्कृत के अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार के लिए अकादमी द्वारा अनेक योजनाएं चलाई जा रही हैं।  अकादमी द्वारा क्रियान्वित छात्रवृत्ति योजना के अंतर्गत हरियाणा प्रदेश में स्थित संस्कृत महविद्यालयों ,विश्वविद्यालय एवं संस्कृत गुरुकुल में अध्ययनरत प्रथमा ,पूर्व मध्यमा, उत्तर मध्यमा ,विशारद, प्राक्शास्त्री, शास्त्री तथा आचार्य कक्षाओं में पढ़ने वाले प्रतिभाशाली छात्रों को छात्रवृत्ति के रूप में 5000 रुपए एवं 3000 रुपए की धनराशि प्रदान की  जाती है। इसी क्रम में वर्ष 2020- 2021 के लिए 1474 छात्रों की कुल छात्रवृत्ति राशि 46 लाख 20,000 तथा पिछले वर्ष की 6 लाख 54,000 की धनराशि छात्रों के खातों में भेज दी गई है।

उन्होंने बताया की हरियाणा संस्कृत अकादमी हरियाणा सरकार के कुशल नेतृत्व में लगातार ऊंचाइयों की ओर प्रयासरत है। खुद की वेबसाइट बनाने के साथ एप्प का निर्माण किया जा चुका है।

 

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