किसानों को ग्रुप बनाकर खेती मशीनरी सब्सिडी पर खरीदने की की अपील
होशियारपुर, 3 नवंबर:
किसानों को आषाड़ी की फसलों की सभ्य काश्त, फसलों के अवशेषों को आग न लाने और मक्की की खेती के प्रति उत्साहित करने के लिए कृषि और किसान भलाई विभाग दसूहा और कृषि विज्ञान केंद्र बाहोवाल की तरफ से संयुक्त तौर पर गाँव हलेड़ में किसान जागरूकता कैंप लगाया गया।
इस बारे जानकारी देते हुए डिप्टी डायरैक्टर के.वी.के बाहोवाल डा. मनिन्दर सिंह ने बताया कि कैंप दौरान किसानों को धान की पराली प्रबंधन से सम्बन्धित सुपर एस.एम.एस., हैपी सीडर, सुपर सीडर, मलचर, कटर, ज़ीरो कोशिश ड्रिल, रोटावेटर की कार्यशीलता सम्बन्धित विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई जोकि उनके लिए बेहद लाभदायक रहेगी। उन्होंने बताया कि पराली आदि को आग लगाने से जहां वातावरण दूषित होता है, वहां ज़मीन की उपजाऊ शक्ति घटने के साथ-साथ यह मानवीय सेहत के लिए भी नुकसानदायक है जिस को रोकना अति जरूरी है ताकि समय रहते वातावरण की संभाल हो सके। इस मौके गेहूँ की किस्मों, बीज की संशोधन और बीमारियाँ आदि बारे भी चर्चा की गई।
सहायक प्रोफ़ैसर भूमि विज्ञान डा. पवितर सिंह ने किसानों को मिट्टी की सेहत, जीवाणु खादों की कार्य विधि और तेल बीज फसलों की काश्त बारे विस्तारपूर्वक जानकारी दी। कृषि विकास अधिकारी यशपाल ने किसानों को मक्की की काश्त और फसलों पर खाद और कीटनाशक दवाओं के अनावश्यक प्रयोग न करन के लिए प्रेरित किया। उन्होंने धान की पराली की संभाल के लिए सरकार की तरफ से सब्सिडी पर दीं जा रही मशीनों और इस मशीनरी के फ़ायदों बारे किसानों को वाकिफ करवाया। मशीनों की लागत बारे उन्होंने किसानों से अपील करते हुए कहा कि किसानों को ग्रुप बनाकर इन मशीनों को सब्सिडी पर ख़रीदना चाहिए।
इस मौके कृषि उप निरीक्षक हरबिन्दर सिंह, सरपंच कुलदीप सिंह, किसान दलजीत सिंह, नरिन्दर सिंह, जरनैल सिंह, तरसेम सिंह के इलावा अन्य किसान भी उपस्थित थे।

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