बंगाल चुनाव के बाद पश्चिम बंगाल में हो रही हिंसा को लेकर एक वर्चुअल संगोष्ठि आयोजित की

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शिमला 3 जून,2021-  भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री त्रिलोक जम्वाल ने कहा कि बंगाल चुनाव के बाद पश्चिम बंगाल में हो रही हिंसा को लेकर एक वर्चुअल संगोष्ठि आयोजित की गई। इस संगोष्ठि की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद सुरेश कश्यप ने की तथा बंगाल भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे।
इस संगोष्ठि में प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर, केन्द्रीय वित्त एवं काॅरपोरेट राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर, पूर्व मुख्यमंत्री प्रो0 प्रेम कुमार धूमल, शांता कुमार सहित प्रदेश भाजपा के सभी पदाधिकारी, कार्यसमिति सदस्य, सभी मंत्रीगण, सांसद, सभी विधायक, बोर्ड/निगमों के अध्यक्ष उपाध्यक्ष, मोर्चों के प्रदेश अध्यक्ष एवं महामंत्री, प्रकोष्ठों के प्रदेश संयोजक, जिलाध्यक्ष एवं महामंत्री, सभी मण्डल अध्यक्ष, सभी नगर निगमों के पार्षदगण, नगर परिषद, नगर पंचायतों, जिला परिषद, बी0डी0सी0 के अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष सहित 800 से ज्यादा कार्यकर्ता इस संगोष्ठि से वर्चुअल माध्यम से जुड़े।
त्रिलोक जम्वाल ने बताया कि संगोष्ठि में प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद सुरेश कश्यप ने बंगाल भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद दिलीप घोष सहित वर्चुअल माध्यम से जुड़े सभी नेताओं, कार्यकर्ताओं का स्वागत किया। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणधीर शर्मा ने वर्चुअल माध्यम से जुड़े सभी कार्यकर्ताओं को बंगाल में अब तक रही राजनीतिक सफर से अवगत करवाया।
भाजपा महामंत्री ने बताया कि इस संगोष्ठि को संबोधित करते हुए बंगाल भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष ने बंगाल में वर्तमान राजनीतिक परिस्थितियों से कार्यकर्ताओं को अवगत करवाया। उन्होनें बताया कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नंदीग्राम से भाजपा प्रत्याशी से चुनाव हार गई और अपनी हार का बदला लेने के लिए उन्होनें भाजपा कार्यकर्ताओं व उनके परिवारों पर कातिलाना हमले करवाने शुरू कर दिए। अभी तक पश्चिम बंगाल में 8000 से अधिक हिंसक घटनाएं हो चुकी है और इन चुनावों के बाद दर्जनों भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई और अब तक 200 से अधिक भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या तृणमूल कांग्रेस के गुंडो द्वारा की की जा चुकी है। हजारों कार्यकर्ताओं के घरों को जला दिया गया जिसकी वजह से वह बेघर हो गए और तृणमूल कांग्रेस के आतंक के कारण अपने घर छोड़कर दूसरे राज्यों में शरणार्थी जीवन जीने को मजबूर हो गए हैं। उन्होनें बताया कि भाजपा कार्यकर्ताओं के घरों को लूटा जा रहा है, चोरी, डकैती, बलात्कार, अत्याचार जैसी अनेकों घटनाएं लगातार हो रही है ।
दिलीप घोष ने कहा कि लोकतांत्रिक सरकार द्वारा यह अलोकतांत्रिक घटनाएं सरकारी संरक्षण में की जा रही है। पूरे प्रदेश में अराजकता का माहौल है और भाजपा कार्यकर्ता अपने जान-माल को बचाने के लिए दर-दर भटक रहा है। यह सब कुछ पुलिस प्रशासन के सामने हो रहा है और पुलिस मूकदर्शक बनकर तमाशा देख रही है। कोई भी कार्यकर्ता यदि शिकायत लेकर जाता है तो उल्टे उसी पर केस बना रही है। उन्होनें कहा कि जिस प्रकार की परिस्थितयां पश्चिम बंगाल में है ऐसी परिस्थितियों एवं भय के वातावरण से लगता है कि लोकतंत्र खतरे में है और लोकशाही शासन नहीं बल्कि तानाशाही शासन चल रहा है।
दिलीप घोष ने पश्चिम बंगाल में भाजपा के राजनीतिक सफर के बारे में बताते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी को विधान सभा चुनाव 2006 व 2011 में कोई सफलता हासिल नहीं हुई थी। 2016 के विधान सभा चुनावों में पार्टी को 10.16 मत प्रतिशत के साथ 3 सीटें प्राप्त हुई थी और हाल ही में सम्पन्न हुए विधान सभा चुनावों में कार्यकर्ताओं की अथक मेहनत की बदौलत पार्टी को 38.14 मत प्रतिशत के साथ 77 सीटें प्राप्त हुई और भारतीय जनता पार्टी एक प्रमुख राजनीतिक विपक्षी दल बनकर उभरी। उन्होनें कहा कि हालांकि हम सरकार बनाने में कामयाब नहीं हो सके परन्तु वर्तमान में पार्टी जिस मुकाम तक पहुंची है, संभवतः यह किसी अप्रत्याशित सफलता से कम नहीं है।
संगोष्ठि के अंत में प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बंगाल भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद दिलीप घोष का बंगाल की वर्तमान वस्तुस्थिति से अवगत करवाने के लिए धन्यवाद किया और कहा कि संघर्ष के इस दौर में भारतीय जनता पार्टी हिमाचल प्रदेश का प्रत्येक कार्यकर्ता बंगाल भाजपा के कार्यकर्ताओं के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है।