भरपूर नहरी पानी और बागवानों की मेहनत: किन्नू  की बंपर फसल

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— इस साल 11 लाख टन किन्नू पैदा होने की उम्मीद

— पिछले साल से दोगुना से ज्यादा होगा उत्पादन

फाजिल्का, 4 दिसंबर:

मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने पूरे वर्ष प्रचुर मात्रा में नहरी पानी उपलब्ध करवाया और जिले के बागवानों की कड़ी मेहनत से इस बार किन्नू का रिकॉर्ड उत्पादन हुआ है। इस बार किनू उत्पादन के पिछले रिकॉर्ड टूट रहे हैं और बंपर फसल हुई है । पंजाब का  गौरव किन्नू लोगों को ठीक होने का आशीर्वाद देने के लिए देशभर के बाजारों में यहाँ से जाने लगा हैं।

पंजाब में फलों का क्षेत्रफल लगभग 97 हजार हेक्टेयर है और इसमें से 46841 हेक्टेयर पर किन्नू की खेती होती है। इसमें से अकेले फाजिल्का जिले में 38326 हेक्टेयर में पैदावार होती है। देश में सबसे अच्छा किन्नू फाजिल्का के अबोहर और खुईयां सर्वर ब्लॉक में है।

जिला उपायुक्त डॉ. सेनु दुग्गल ने जिले के किसानों को बंपर पैदावार के लिए बधाई दी है और उनकी मेहनत की सराहना की है, जिन्होंने किन्नू के माध्यम से फाजिल्का का नाम पूरे देश में फैलाया। गौरतलब है कि एक जिला एक उत्पाद कार्यक्रम के तहत भी किन्नू फ़ज़लका जिले का उत्पाद है।

बागवानी विभाग के सहायक निदेशक जतिंदर सिंह के अनुसार, पिछले वर्ष किन्नू की औसत पैदावार 125 क्विंटल प्रति हेक्टेयर थी, जबकि इस बार जिन किसानों ने फल चुनना शुरू कर दिया है, उनके अनुसार इस वर्ष 350 क्विंटल प्रति हेक्टेयर का उत्पादन हो रहा है। इसके करीब 11 लाख टन होने की उम्मीद है.

किसानों का कहना है कि इस बार बंपर फसल होने का कारण अनुकूल मौसम और सिंचाई के लिए नहरों की टेल तक पानी की नियमित आपूर्ति है। किनू एक ऐसी फसल है जिसकी सिंचाई ट्यूबवेल से नहीं की जा सकती और यह पूरी तरह से नहर के पानी पर निर्भर है। इससे इस बार उत्पादन पिछले साल की तुलना में लगभग दोगुना है. किसानों का कहना है कि अगर नहर का पानी मिलता रहा तो उनकी फसलें अच्छी होंगी.