श्री गुरु तेगबहादुर जी का 400 वां प्रकाश पर्व को समर्पित दूसरा ऑनलाइन वैबीनार

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हिंद दी चादर गुरु तेगबहादुर हिन्दुस्थान की आन-बान-शान बन गए -संतोष तनेजा जी

दिल्ली, 22 अगस्त –
राष्ट्रीय सिख संगत केन्द्रीय कार्यालय एवं राष्ट्रीय सिख संगत हरियाणा द्वारा संयुक्त रूप से हिंद दी चादर श्री गुरु तेगबहादुर जी की भारतीय समाज को देन विषय पर विशेष व्याख्यान माला का आयोजन किया गया है। दूसरी व्याख्यान माला के मुख्य अतिथि श्री संतोष तनेजा-चेयरमैन-संकल्प, नई दिल्ली तथा अखिल भारतीय उपाध्यक्ष राष्ट्रीय सिख संगत ने वेबीनार का प्रारम्भ करते हुए कहा कि श्री गुरु तेगबहादुर जी हिन्दुसथान के ध्र्म, देश तथा समाज के लिए लासानी शहीदी हिन्दुस्थान के स्वर्णिम इतिहास की आन-बान-शान बन गई। मुगल बादशाह औरंगजेब ने उनके साथियों को उनके सामने आरे से चिरवाकर, रूई मे लपेटकर जलाकर, खोलते कढ़ाए में उबालकर जैसे अमानवीय अत्याचारों पर भी श्री गुरु तेगबहादुर जी अपने इरादे से नहीं डिगे। उन्होंने  अपना शीश देकर हिन्दुस्थान का मान बचा लिया। शिरोमणि शहीद श्री गुरु तेगबहादुर जी को लख-लख प्रणाम।  उनका शहीदी स्थल शीशगंज श्री गुरुद्वारा साहिब-चांदनी चैक, दिल्ली सारे संसार के लिए चानन मीनार बना हुआ है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष स. गुरचरन सिंह गिल ने श्री गुरु तेगबहादुर जी द्वारा दसगुरु परम्परा में जो क्रांतिकारी परिवर्तन हुआ उसे हिन्दुस्थान की स्वतंत्राता के लिए एक अजेय कवच प्रदान करना बताते हुए कहा कि उसके बाद खालसा सिरजना, बन्दा सिंह बहादुर, महाराजा रणजीत सिंह ने उस कवच को धरण करके हिन्दुस्थान को न केवल विदेशी आक्रमणकारी से मुक्त करवाया बल्कि हिन्दुस्थान को पुनः तिब्बत तक अखण्ड बनाकर खड़ा कर दिया।
राष्ट्रीय महामंत्राी संगठन श्री अविनाश जायसवाल ने श्री गुरु तेगबहादुर जी की अमर शहीदी को खण्ड-खण्ड हुए हिन्दुस्थान की संजीवनी बताते हुए कहा कि आज तक भारतीय संस्कृति, सभ्यता, जीवन मूल्यों में उसकी सुगंध् निरंतर बह रही है। विश्व गुरु बनने जा रहा हिन्दुस्थान न केवल उस सगंध् िसे स्वयं चिरयौवन प्राप्त कर रहा है बल्कि दुनिया को सांझीवालता का अमृत पिलाकर निहाल कर रहा है।
केन्द्रीय अलसंख्यक शिक्षा सत्कारयोग सदस्य डाॅ. बलतेज सिंह मान ने वेबीनार में आह्वान करते हुए कहा कि आज की युवा पीढ़ी को उनकी शहीदी, उनके द्वारा किए गए जनकल्याण के कार्य तथा आने वाली पीढ़ियों के लिए लिखी गई वाणी से परिचित कराना बहुत आवश्यक है। उनके मार्ग पर चलकर आज भी हिन्दुस्थान प्रगति के आसमान को छूने में समर्थ है। हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष स. हरजीत सिंह मांेगा ने श्री गुरु तेगबहादुर जी पर चलाई गई श्रंखला के लिए आयोजकों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि आज श्री गुरु तेगबहादुर जी की शिक्षाओं को घर-घर पहुंचाना हम सबका ध्र्म है। संचालन करते हुए डाॅ. कुलदीप सिंह-कुरूक्षेत्रा विश्वविद्यालय ने वरिष्ठ महानुभावांे का अभिवादन करते हुए कहा कि आपकी उपस्थिति और आप द्वारा प्रस्तुत विचार हम सबको इस श्रंखला को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरणा का कार्य करेंगे। स.जसबीर सिंह-राष्ट्रीय सहसंगठन मंत्राी, राष्ट्रीय सिख संगत हरियाणा प्रदेश के स. भूपिन्दर सिंह जौहर-चीपफ पैट्रन, उप प्रधन-डाॅ. नरेन्द्र सिंह विरक, एडवोकेट जसमीत सिंह बेदी-महामंत्राी ने भी अपने श्र(ा सुमन अर्पित किए।