सरदार सुखबीर सिंह बादल ने अगले शिअद-बसपा गठबंधन में हिंदू समुदाय से तथा दलित समुदाय से उपमुख्यमंत्री बनाने की घोषणा की

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घोषणा की कि पार्टी तीनों खेती कानूनों को रदद करने की मांग को लेकर संसद में स्थगन प्रस्ताव पेश करेगी
चंडीगढ़ 15जुलाई 2021 शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने आज घोषणा की कि एक बार सत्ता में आने के बाद शिरोमणी अकाली दल-बहुजन समाज पार्टी गठबंधन में उपमुख्यमंत्री के रूप में हिंदू तथा दलित उपमुख्यमंत्री प्रतिनिधित्व करेगा।
उन्होने कहा कि यह शिअद-बसपा सरकार सही मायने में समग्र पंजाबी संस्कृति का प्रतिनिधित्व करेगी तथा पांच बार मुख्यमंत्री सरदार परकाश सिंह बादल के आदर्शों एकता, शांति तथा साम्प्रदायिक सौहार्द्र का प्रतीक होगी।
आज शाम की कोर कमेटी की मीटिंग की अध्यक्षता करने के बाद सरदार सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि ‘‘हम समझते हैं कि कुछ बाहरी ताकतें पंजाब की शांति को भंग करना चाहती हैं। हम पंजाबियों को गारंटी देना चाहते हैं कि सरदार परकाश सिंह बादल की नीतियों का पालन करते रहेंगे, जिसके तहत सभी धर्मों का सम्मान किया गया तथा सम्मान बरकरार रहेगा। हम सभी समुदायों को साथ रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं, और इसी को ध्यान में रखते हुए शिरोमणी अकाली दल ने पंजाब में सत्ता में आने के बाद एक डिप्टी सीएम हिंदू समुदाय से रखने का फैसला किया है’’।
सरदार बादल ने कहा कि अगली शिअद-बसपा गठबंधन वाली सरकार में दो डिप्टी मुख्यमंत्री होंगें, क्योंकि उन्होने पहले डाॅ. भीमराव अंबेडकर की जयंती के अवसर पर घोषणा की थी कि शिरोमणी अकाली दल एक बार सत्ता में आने के बाद एक दलित को डिप्टी मुख्यमंत्री बनाएगा। उन्होने कहा कि पंजाब में अन्य राज्यों की तुलना में दलितों की आबादी सबसे अधिक है तथा यह महसूस किया कि उनके हितों की रक्षा के लिए अधिक कोशिशें की जानी चाहिए। ‘‘ पहले भी शिरोमणी अकाली दल की सरकार के समय दलित समुदाय के कल्याण को हमेशा लाभ दिया गया’’।
अकाली दल अध्यक्ष ने कहा कि दो उप-मुख्यमंत्री रखने का फैसला ‘‘ महान गुरु साहिबानों की समृद्ध विरासत से सरबत का भला के माध्यम से हमें सौंपा है, यह उन मजबूत भावनात्मक बंधनों का भी प्रतीक है, जो विभिन्न समुदायों को एक साथ बांधते हैं। इसके अलावा पार्टी मानवीय गरिमा और समानता के आधार पर पूर्ण सामाजिक न्याय सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है, और पंजाब के भावनात्मक सामाजिक ताने-बाने को ठीक करने के लिए प्रतिबद्ध है , जो ‘ फूट डालो तथा राज करो’ जैसी साजिशों से बिखर गई है।
सरदार बादल ने यह भी घोषणा की कि आगामी संसद सत्र में शिरोमणी अकाली दल तीनों खेती कानूनों को रदद करने की मांग करते हुए स्थगन प्रस्ताव पेश करेगा। उन्होने सभी राजनीतिक दलों से अपील की है कि वे खारिज प्रस्ताव का समर्थन कर इस प्रयास में अकाली दल का सहयोग करें तथा यहां तक कि हस्ताक्षर भी करें ताकि इस पर चर्चा की जा सके। उन्होने कहा कि जब तक उनकी सभी शिकायतों का समाधान नही हो जाता तब तक शिरोमणी अकाली दल किसानों के हकों के लिए आवाज उठाता रहेगा।
संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा जारी सार्वजनिक विप के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में अकाली दल अध्यक्ष ने कहा कि पूरे देश को इस बात की जानकारी थी <