स्वस्थ जीवन के लिए कदम से कदम मिला कर चले लोग

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हाइपरटेंशन जागरूकता हेतु वॉकेथॉन का आयोजन

फ़ाज़िल्क़ा, 9 जून 2025

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. बलबीर सिंह के निर्देशानुसार विश्व उच्च रक्तचाप दिवस के तहत सिविल सर्जन फ़ाज़िल्का डॉ. राज कुमार, सहायक सिविल सर्जन डॉक्टर रोहित गोयल व डॉ. कविता सिंह की योग अगुवाई तथा सीनियर मेडिकल अफसर डॉ. विकास गांधी की देखरेख में ब्लाक में इस वर्ष की थीम: “अपने रक्तचाप को सही तरीके से मापें, इसे नियंत्रित करें, के तहत जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन प्रतिदिन किया जा रहा है। इसी कड़ी के अंतर्गत आज ब्लॉक के गांव किल्लियाँवाली में ग्रामीणों के बीच स्वास्थ्य जागरूकता फैलाने हेतु “हाइपरटेंशन (उच्च रक्तचाप) पर “वॉकेथॉन” का आयोजन किया गया। इस रचनात्मक कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों को स्वास्थ्य विषयक ज्ञान देना और समाज में जागरूकता का संचार करना था।

इस बारे में जानकारी देते हुए ब्लॉक मास मीडिया प्रभारी सुशील कुमार ने बताया कि ब्लॉक खुईखेड़ा के अंतर्गत आते गांव विश्व उच्च रक्तचाप दिवस के उपलक्ष्य में आज आयुष्मान आरोग्य केंद्र किल्लियाँवाली के स्टाफ सीएचओ दिलप्रीत कौर, हैल्थ वर्कर राम प्रताप व आशा वर्करों की ओर से एक जागरूकता वॉकेथॉन (Walkathon) का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य लोगों को उच्च रक्तचाप के प्रति जागरूक करना और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करना था।

“एक कदम स्वास्थ्य की ओर” के संकल्प के साथ आयोजित इस वॉकेथॉन ने न सिर्फ सड़कों पर हलचल मचाई, बल्कि लोगों के मन में सेहत के प्रति जागरूकता की लहर भी पैदा की।
कार्यक्रम की शुरुआत सुबह से हुई, जिसमें सैकड़ों की संख्या में महिलाएँ, पुरुष, स्वास्थ्यकर्मियों और आम नागरिकों ने भाग लिया। प्रतिभागियों के हाथों में जागरूकता से भरे स्लोगन वाली तख्तियाँ थीं, जिन पर लिखा था:
• “रक्तचाप को लो मत हल्के में!”
• “तेज़ चलो, स्वस्थ रहो!”
• “तनाव घटाओ, जीवन बचाओ!”

वॉकेथॉन को हरी झंडी दिखाकर मेडिकल अफसर डॉ. शुभम् सेठी ने रवाना किया। उन्होंने कहा,
“हाइपरटेंशन एक खामोश बीमारी है जो बिना लक्षणों के गंभीर नुकसान कर सकती है। नियमित व्यायाम, संतुलित आहार और तनावमुक्त जीवनशैली अपनाकर इससे बचा जा सकता है।”
ग्रामीणों ने इस पहल को बहुत प्रेरणादायक बताया। उन्होंने कहा कि ऐसी गतिविधियाँ न सिर्फ उन्हें स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करती हैं, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में भी मददगार होती हैं।
एसएमओ डॉ. गांधी ने कहा कि इस आयोजन के माध्यम से यह संदेश दिया गया कि उच्च रक्तचाप को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए, और हर व्यक्ति को अपनी सेहत के प्रति सजग रहना चाहिए।