हरियाणा में मजबूत हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर से कोरोना नियंत्रण की राह हुई आसान..

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  मुख्यमंत्री मनोहर लाल की सूझबूझ व टीम की मेहनत ने किया मुश्किल राहों को आसान

  होस्पिटल ऑन व्हील्स से लेकर पीसीआर को एंबुलेंस में बदलने जैसे हुए अभिनव प्रयोग 

पानीपत-हिसार में लाइव आक्सीजन सपोर्ट युक्त 500 बेड के दो अस्पताल 15 दिन में तैयार

चण्डीगढ़, 24 मई– कोरोना की देशव्यापी लहर की रफ्तार को प्रदेश में मंद करने व अपने नागरिकों के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए हरियाणा ने कुशल प्रबंधन से कम समयसीमा में स्वास्थ्य संसाधनों में तेजी से बढ़ोतरी की है। हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के प्रयास से पानीपत व हिसार जिले में देश भर में अपनी तरह के यूनिक प्रोजेक्ट पर काम करते हुए लाइव आक्सीजन सपोर्ट युक्त 500-500 बेड क्षमता के पानीपत व हिसार में दो अस्पताल मात्र 15 दिन में तैयार किए। इसी तरह पीसीआर वाहनों को एंबुलेंस सेवा में तब्दील करने के साथ-साथ हरियाणा परिवहन की बसों को होस्पिटल ऑन व्हीलस के अभिनव प्रयोग भी हरियाणा राज्य में किए गए।

          बता दे कि बीते वर्ष कोरोना के पहले अनुभव के समय हरियाणा के 601 निजी व सरकारी अस्पतालों में आइसोलेशन बेड की संख्या 45988 थी वहीं इस बार यह संख्या बढकऱ 88794 तक पहुंच चुकी है। इसके अतिरिक्त ग्राम स्तर पर खोले गए विलेज आइसोलेशन सेंटर्स में उपलब्ध बेड की संख्या भी 18270 है। इसके अतिरिक्त राज्य के अलग-अलग क्षेत्रों में बढ़ती स्वास्थ्य सेवाओं व ग्राम स्तर पर स्वास्थ्य संसाधनों को मिले विस्तार ने राज्य में नेतृत्व के कौशल, संसाधनों के उचित प्रबंधन व स्वास्थ्य कॢमयों के अथक प्रयास से कोरोना नियंत्रण पर तेजी से सफलता प्राप्त की।

 

निरंतर रही लहर पर नजर, काम आया पिछला अनुभव

          हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल का मानना है कि इस बार मार्च व अप्रैल माह में कोरोना के मरीजों की संख्या लगातार बढऩे लगी थी। जिसके चलते राज्य में स्वास्थ्य संसाधनों में बढ़ोतरी की आवश्यकता महसूस की जाने लगी तो बीते वर्ष के अनुभव व लगातार चल रही तैयारियों ने राज्य को इस संकट से उबारने में बड़ी मदद की। स्वास्थ्य से संबंधित आवश्यक संसाधन जिनमें स्वास्थ्य संस्थानों में अतिरिक्त बेड, आक्सीजन, दवाएं, वेंटिलेटर व अन्य आवश्यक उपकरणों की निरंतर मॉनीटरिंग की गई साथ ही मांग के अनुरूप व्यवस्था की गई। बीते वर्ष की तुलना करें तो इस बार राज्य के पास दोगुने स्वास्थ्य संसाधन उपलब्ध थे। जिसके चलते कोरोना से निपटने में राज्य ने कम समय अधिक प्रगति की। कोरोना से लडऩे के लिए  राज्य के सभी स्वास्थ्य कर्मी बधाई के पात्र है।

भागीरथ प्रयास से सिरे चढ़ गए पानीपत व हिसार के अस्पताल

          हरियाणा सरकार ने राज्य के नागरिकों की स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए पहले से उपलब्ध स्वास्थ्य संस्थानों में अतिरिक्त इंफ्रास्ट्रक्चर की व्यवस्था की। पानीपत रिफाइनरी व जिंदल इंडस्ट्री से लाइव आक्सीजन सपोर्ट से पानीपत व हिसार में 500-500 बेड क्षमता वाले दो नए अस्पताल स्थापित किए गए। मुख्यमंत्री व उनकी टीम ने इस स्वास्थ्य क्षेत्र के इस भागीरथ प्रयास को तेजी से सिरे चढ़ाने में दिन-रात कम किया। देश में अपनी तरह के यूनिक प्रोजेक्ट में 24 घण्टे हर बेड पर आक्सीजन की सुविधा मरीजों के लिए उपलब्ध है। महज 15 दिन में तैयार इन अस्पतालों में आज मरीज कोरोना पर विजय प्राप्त कर घर वापसी करने लगे हैं और इस प्रयास के लिए हरियाणा सरकार की जमकर प्रशंसा भी कर रहे हैं। इस प्रोजेक्ट को मिलने वाले लाइव ऑक्सीजन सपोर्ट की एक विशेषता यह भी है कि यह लिक्विड आक्सीजन की तुलना में किफायती व अस्पताल तक पहुंचने में त्वरित भी है।

सरकारी के साथ-साथ निजी समूह भी सरकार के साथ संकट में आए नजर

          मुख्यमंत्री व उनकी टीम ने सरकारी के साथ-साथ सामाजिक व निजी क्षेत्र में सक्रिय समूहों को भी मिशन मोड में कोरोना पर नियंत्रण की लड़ाई में शामिल किया। इसी प्रयास में  गुरूग्राम में सेक्टर 38 स्थित ताऊ देवीलाल स्टेडियम में वेदांता ग्रुप के सहयोग से आक्सीजन युक्त 100 बेड, सेक्टर 67 में एमथ्रीएम ग्रुप-सीआईआई-वायुसेना के संयुक्त प्रयास से 300 बेड युक्त कोविड केयर सेंटर तैयार, सेक्टर 14 स्थित राजकीय महिला महाविद्यालय में हीरो ग्रुप के सहयोग आक्सीजन सेवा युक्त 100 बेड का केयर सेंटर व सिविल लाइन एरिया में मैनकाइंड फार्मा के सहयोग से 70 बेड भी तैयार हुआ। वहीं करनाल में 100 बेड क्षमता युक्त फील्ड अस्पताल व सिरसा में बाबा तारा चेरिटेबल हास्पिटल एंड रिसर्च सेंटर भी कोविड मरीजों के लिए 150 बेड क्षमता युक्त केयर सेंटर तैयार किया गया।

मजबूत इंफास्ट्रक्चर से मिली कोरोना पर बढ़त

          हरियाणा में कोरोना से लडऩे के लिए तैयार हुए इंफ्रास्ट्रक्चर आज देश भर में बेहतरीन माना जा रहा है। हरियाणा में पुलिस को डायल 112 के तहत भेजी गई 440 इनोवा गाडिय़ों (20-20 वाहन प्रति जिला) को भी कोरोना मरीजों के लिए एंबुलेंस सेवा में बदल दिया। वहीं दूरदराज के अंचलों तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने के लिए हरियाणा रोडवेज की 110 मिनी बसों व 25 सामान्य बसों को आक्सीजन सुविधा युक्त हॉस्पिटल ऑन व्हीलस में बदला गया। हरियाणा में पहली बार हुए इन अभिनव प्रयासों की बदौलत ही राज्य के नागरिक बड़ी संख्या में कोरोना से न केवल रिकवर हो रहे हैं साथ ही नए मामलों में भी तेजी से कमी आ रही है।

          राज्य में इस समय मेडिकल कॉलेजों, सरकारी व निजी अस्पतालों में इस समय 15001 आक्सीजन बेड, 5410 वेंटीलेटर व आईसीयू बेड है। इसके अतिरिक्त राज्य के सभी 22 जिलों में 526 कोविड केयर सेंटर्स में 45 हजार 86 बेड, हल्के व मध्यम 281 कोविड अस्पतालों में 21 हजार 417 बेड उपलब्ध है। इसके अतिरिक्त भी राज्य ने ग्राम स्तर तक स्वास्थ्य सेवाओं को विस्तार दिया है। बीते वर्ष की बात करें तो उस समय सभी जिला व मेडिकल कॉलेजों में दो-दो डायलिसिस यूनिट, वहीं आइसोलेशन बेड की संख्या भी मात्र 45988 थी जोकि इस बार करीब दोगुनी हो चुकी है।