राजा अमरिंदर सिंह शाही एकांतवास से बाहर आ कर लोगों व पंजाब के लिए सोचे -प्रिंसीपल बुद्धा राम

Aap MLA Principal Budh Ram

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दिन प्रति दिन बदतर होते जा रहे है पंजाब के हालात-सरबजीत कौर माणूंके  

चण्डीगढ़, 10 सितम्बर 2020
आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के विधायक प्रिंसीपल बुद्ध राम व विपक्ष की उप नेता सरबजीत कौर माणूंके ने कहा है कि पंजाब में इस समय कैप्टन अमरिन्दर सिंह नहीं, बल्कि एक माफिया गिरोह सरकार चला रहा है, जिससे प्रदेश की आर्थिक हालत हर दिन बद से बदतर होती जा रही है। यही माफिया गिरोह प्रदेश को बेच कर अपनी कमाई कर रहा है, जिसको मुख्यमंत्री अमरिन्दर सिंह ने खुली छुट्टी दी हुई है। उन्होंने कहा कि जब तक पंजाब के आम लोग इस माफिया सरकार के खिलाफ एकजुट नहीं होते, तब तक इस निकम्मी सरकार को चलता नहीं किया जा सकता।
पार्टी हैडक्वाटर से जारी बयान के द्वारा बुढलाडा के विधायक प्रिंसीपल बुद्ध राम और सरबजीत कौर माणूंके ने कहा कि जून माह में सरकार की 21 प्रतिशत आमदनी कम हो गई है। जिस का प्रभाव पूरे पंजाब पर पड़ता दिखाई दे रहा है। उन्होंने कहा कि अब प्रदेश भर में लोगों के कारोबार, व्यापार व धंधे बंद पड़े हैं, लोगों की हालत भुखमरी जैसी हो गई है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार का कहना था कि उन्होंने प्रदेश में 50 हजार करोड़ रुपए निवेश करने की योजनाएं बनाई थी, परंतु वह सभी धरी की धरी व कागजों तक सीमित रह गई है। उन्होंने कहा कि मानसा जिले के गांव गोबिंदपुरा में लोगों की जमीन अधिग्रहण कर रखने का क्या फायदा हुआ, जिसका किसी को भी कोई लाभ नहीं मिल सका।
उन्होने चिंता जाहिर की है कि जब राजनैतिक लोग सुविधाओं का पूरा फायदा लेते हैं तो आम गरीब लोगों की स्कीमें, सुविधाओं पर क्यूं कट लगाया जाता है। कभी शगुन स्कीम, कभी पैंशनें और कभी अन्य लाभपातरी स्कीमों पर इस तरह के कट लगा कर गरीबों से सुविधाएं छीन ली जाती हैं। जिस के लिए पंजाब की गरीब जनता बड़ी संख्या में हर दिन मिलने वाली सुविधाओं से वंछित होती जा रही है।
‘आप’ नेताओं ने कहा कि कैंसर स्कीमों में अभी तक इलाज न मिलने के कारण गरीब लोगों का 280 करोड़ रुपए बकाया खडा है, जिस की सरकार को कोई प्रवाह नहीं है। उन्होंने कहा कि पंजाब को अमरिन्दर सिंह नहीं, बल्कि माफिया गिरोह की एक सरकार चला रही है और प्रदेश के आर्थिक हालत बेहद बुरे बनते जा रहे हैं। उन्होंने मांग की है कि सरकार को एकांतवास से बाहर आ कर प्रदेश के हितों के लिए सोचना और फिक्र करना बनता है। जिससे पंजाब की आर्थिक सुधर सके।