लोगों की बर्बादी का कारण बने ड्रेनों का राजनीतिकरण -हरपाल सिंह चीमा

harpal singh cheema

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नेता प्रतिपक्ष ने पानी की चपेट में आए लम्बी और बल्लूआना के गांवों का किया दौरा
फसलें, घरों और पशूओं के नुक्सान का 100 प्रतिशत मुआवजा दे सरकार -‘आप’

मलोट /अबोहर, 24 अगस्त 2020
आम आदमी पार्टी (आप) के सीनियर नेता और नेता प्रतिपक्ष हरपाल सिंह चीमा ने श्री मुक्तसर साहिब और फाजिल्का जिले में पानी की चपेट में आए इलाकों का दौरा करते दोष लगाया कि बादलों और कांग्रेसियों की ओर से सेम नालों (ड्रेनों) के किए गए राजनीतिकरण की आज लोग बर्बाद हो कर कीमत चुका रहे हैं।
लम्बी हलके के गांव पक्की टिब्बी और बल्लूआना (फाजिल्का) हलके के गांव केरां खेड़ा, भंगाला और कर्म पट्टी गांवों का दौरा करने के दौरान मीडिया के साथ बातचीत करते हुए हरपाल सिंह चीमा ने बताया कि इस इलाके के करीब 2 दर्जन गांव पानी की भयंकर चपेट में आ गए हैं। ओर भी दुख की बात यह है कि पीडि़त लोग कुदरत की अपेक्षा ज़्यादा बादलों की ओर से अपनी, और अपने ‘जत्थेदारों’ की जमीनें बचाने के लिए लम्बी हलके में निकाले सेम नालों (ड्रेनें) को मान रहे हैं, क्योंकि इन सेम नालों का डिजाइन और दिशा तकनीकी तौर पर दोषपूर्ण और कुदरती बहाव के उलट हैं, नतीजे के तौर पर यह साथ ही इस पूरे इलाके की बर्बादी का कारण बन गए।
हरपाल सिंह चीमा ने इस प्रभावित इलाके में अभी तक सत्ताधारी कांग्रेसियों और बादलों की ओर से पहुंच कर लोगों का हाल-चाल न जानने की जोरदार निंदा की।
हरपाल सिंह चीमा ने नरमा, धान, बागबानी और हरे-चारे समेत नुकसाने गए घरों और मारे गए पशूओं के नुक्सान की 100 प्रतिशत भरपाई के लिए तुरंत मुआवजा मांगा। उन्होंने कहा कि इन उलटी-दिशा में बहते सेम नालों के कारण दर्जनों गांव सेम नालों के प्रभाव में आ गए हैं। इस मौके उनके साथ चरनजीत सिंह सरां, दीप कम्बोज, पंकज नरूला, विजय गुप्ता, सन्दीप जोखपाल, समरवीर, अरुण वधवा, असीम गिरधर, करण बराड़, गोलडी कम्बोज, देव राम शर्मा, सुखविन्दर कम्बोज आदि नेता शामिल थे।