केंद्र सरकार की तरफ से पंजाब सरकार के बकाया फंडों को जल्द रिलीज करने के लिये कहा
हरियाणा मंडी बोर्ड के चेयरमैन श्री अदित्य देवीलाल चौटाला ने स. हरचंद सिंह बरसट के कार्योँ को सराहा
एस.ए.एस. नगर (मोहाली/चंडीगढ़) 24 दिसंबर 2023
पंजाब मंडी बोर्ड के चेयरमैन स. हरचंद सिंह बरसट ने कोसांब की ओर से नेशनल स्किल डेवलपमेँट कार्पोरेशन के सहयोग से आयोजित रूरल डेवलपमेंट और एग्रीक्लचर्ल मार्केटिंग विषय पर राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित कॉनक्लेव में भाग लिया। इस कॉनक्लेव में केंद्रीय ग्रामीण विकास और पंचायत मंत्री श्री गिरीराज सिंह की उपस्थिती में स. हरचंद सिंह बरसट ने पंजाब की केंद्र सरकार की तरफ बकाया फंडों का जिक्र करते हुए विकास कार्यों पर पड़ रहे असर संबंधी मुद्दा उठाया और राज्य के किसानों के हित को मुख्य रखते हुए बकाया फंड जल्द रिलीज करने की मांग की। उन्होंने कहा कि फंड न मिलने के कारण पंजाब के गांवों के विकास कार्य रुके हुए हैं। इसके अतिरिक्त उन्होंने बताया कि पंजाब हमेशा से नई तकनीक अपनाने में देश का अग्रणी राज्य रहा है और अब भी वह अपने किसानों के लिये नई तकनीक अपनाने के लिये खुले दिल से तैयार है। उन्होंने बताया कि मार्केट कमेटियों के सहयोग से 1000 लोगोँ को ड्रोन से संबंधित ट्रेनिंग देने का निर्णय लिया गया है, तांकि उन लोगों के स्वयं रोजगार के अवसर बढ़ सके।
इस मौके पर हरियाणा मंडी बोर्ड के चेयरमैन श्री आदित्य देवीलाल चौटाला ने पंजाब की मंडियों में स. हरचंद सिंह बरसट की अगुवाई में पिछले 10 महीनों के दौरान पंजाब मंडी बोर्ड की आमदनी बढ़ाने के किये जा रहे प्रयासों की सराहना की। उन्होंने स. हरचंद सिंह बरसट द्वारा मंडियों को आफ सीज़न के दौरान अन्य प्रयोजनों के लिये उपयोग करने, हरियावल लहर के तहत मंडियों को ग्रीन बेल्ट के रूप में विकसित करना, किसानों/आढ़तियों की सुविधा के लिये मंडियों में ए.टी.एम. लगाने, किसानों के आवास के लिये लंबे समय से बंद पड़े पंजाब मंडी बोर्ड के रेस्ट हाउसों को अपग्रेड करने, चंडीगढ़ में स्थित किसान भवन का नवीनीकरण कर आय को दोगुनी करना, किसान हवेली आनंदपुर साहिब को प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करना आदि कार्यों की प्रशंसा करते हुए अन्य राज्यों से आए डेलीगेशन को भी ऐसे तरीकों को अपनाने के लिये प्रोत्साहित किया।
इस कॉनक्लेव में ग्रामीण क्षेत्रोँ में रहने वाले किसानों को कृषि में ड्रोन के इस्तेमाल और डिजिटलाइजेशन जैसी नई तकनीकों से जोड़कर उनकी आय बढ़ाने और उन्हें सफल उद्यमी बनाने पर चर्चा हुई और कॉनक्लेव की इंडस्ट्रीयल स्ट्रेटजिक पार्टनर कंपनी ए.वी.पी.एल.द्वारा कृषि में ड्रोन तकनीक के फायदे के साथ ही इसके उपयोग से होने वाली आमदनी के विस्तार मॉडल के बारे में जानकारी दी गई। इसका मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों की लड़कियों/महिलाओं को भारत सरकार के विजन ऑफ ड्रोन और लखपति दीदी योजना के तहत ड्रोन का प्रशिक्षण देकर स्थायी आय के लिए आवश्यक उपकरण और ज्ञान के साथ सशक्त बनाना है। कृषि में ड्रोन का उपयोग उचित मात्रा में फसलों पर कीटनाशकों और फर्टीलाइजर का छिड़काव करने के साथ-साथ फसल की वृद्धि और मिट्टी की गुणवत्ता की जांच करने के लिए किया जा सकता है।
इस अवसर पर विशेष मेहमान के रूप में श्रीमती दर्शना जर्दोस,केंद्रीय रेल एवं कपड़ा राज्य मंत्री, श्री तेजस्वी सूर्या लोकसभा सदस्य, श्री ऋषिकेश पटनाकर वाइस प्रेसिडेँट नेशनल स्किल डेवलपमेंट कार्पोरेशन, श्री मनोज बारूआ, चेयरमैन असम स्टेट एग्रीक्लचर्ल मार्केटिंग बोर्ड, श्री फैज़ अहमद किदवाई आईएएस, अतिरिक्त सचिव, कृषि मंत्रालय, श्री जतिन लाल आईएएस, एमडी हिमाचल प्रदेश कौशल विकास निगम एवं श्री जे.एस. यादव एम.डी. कोसांब ने शिरकत की।

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