मोदी सरकार किसानों को घसीआरे और राज्यों को म्यूंसपल कमेटियां बना कर रखना चाहती है -कैप्टन अमरिन्दर सिंह
कांग्रेस किसान विरोधी कानूनों को रद्द करवाने के लिए हर स्तर पर लड़ाई लड़ेगी
चंडीगढ़, 24 सितम्बर:
पंजाब कांग्रेस के प्रधान सुनील जाखड़ ने आज समूह पंजाबियों से अपील की है कि वह किसानों की तरफ से कल के पंजाब बंद को हर पक्ष से कामयाब करके केंद्र की मोदी सरकार को बता देंं कि पंजाबी इन काले कानूनों को किसी भी हालत में स्वीकृत नहीं करेंगे और इनको रद्द करवा के ही दम लेंगे।
श्री जाखड़ ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले गठजोड़ की केंद्रीय सरकार की तरफ से कृषि सुधारों के नाम पर बनाऐ गए यह तीनों ही नये कानून न सिफऱ् किसानी बल्कि मज़दूर, दुकानदार, व्यापारी, आढ़ती और उद्योगपति समेत पंजाब के हर वर्ग के लिए विनाशकारी साबित होंगे। उन्होंने कहा कि पंजाब की आर्थिकता का धुरी किसानी है और अगर किसानी ही तबाह हो गई तो इसका असर राज्य के हर वर्ग को पहुंचेगा। श्री जाखड़ ने कहा कि अगर किसान की जेब खाली होगी तो बाज़ार भी सुनने ही रहेंगे। उन्होंने कहा कि अगर पंजाब का किसान ख़ुशहाल होगा तो ही राज्य के अन्य वर्ग खुश रहेंगे।
इसी दौरान कांग्रेस विधानकार पार्टी के नेता और पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि किसान विरोधी यह तीनों ही कानून इस बात का प्रत्यक्ष प्रमाण हैं कि मोदी सरकार किसानों को घसीआरे बनाने और राज्यों के सभी अधिकार अपने कब्ज़े में लेकर राज्यों को केवल म्यूंसपल कमेटियों की तरह प्रशासनिक इकाईयाँ बना कर रखना चाहता है। उन्होंने कहा कि यह कानून मुल्क के संविधान के बीच की फैडरलिज़म की भावना के बिल्कुल उल्ट है।
उन्होंने कहा कि इन किसान विरोधी कानूनों के लिए शिरोमणि अकाली दल भी बराबर का दोषी है जो पिछले चार महीने दिन रात बहुत ढीठता से इन कानूनों को किसानों के लिए बहुत ही लाभप्रद कहता रहा है। शिरोमणि अकाली दल पर दोगली राजनीति करने का दोष लगाते हुये उन्होंने कहा कि अकाली दल आज भी भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले गठजोड़ में हिस्सेदार बना हुआ है जो किसानों को घसीआरे बनाने पर तत्पर हुआ पड़ा है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी लोगों की पार्टी है और यह पंजाब और किसानी के लिए घातक सिद्ध होने वाले कानूनों रद्द करवाने के लिए हर स्तर पर लड़ाई लड़ेगी।

हिंदी






