गेहूं के 160 और सरसों के भाव में 250 रुपए प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी
भाजपा राष्ट्रीय सचिव औमप्रकाश धनखड़ ने एमएसपी बढ़ोतरी पर जताया पीएम नरेंद्र मोदी और कृषि मंत्री शिवराज चौहान का आभार
चंडीगढ़, 01 अक्टूबर 2025
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रबी सीजन की बिजाई शुरू होने से पहले ही न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित कर देशभर के किसानों को दिवाली का तोहफा दिया है। बिजाई सीजन से पहले एमएसपी घोषित होने से किसान भाई अपनी सुविधा और फायदे के अनुसार रबी की फसल की बिजाई कर सकेंगे । भाजपा के राष्ट्रीय सचिव औमप्रकाश धनखड़ ने रबी की फसलों के भाव बढ़ाने पर देश के लोकप्रिय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय कृषि मंत्री श्री शिवराज चौहान का धन्यवाद किया। धनखड़ ने कहा कि इनकम में 12 लाख रुपए तक छूट का उत्सव , फिर जीएसटी सुधार से बचत उत्सव और अब किसानों को तोहफा। पीएम मोदी के निर्णयों से देश में त्योहारी सीजन से पहले ही उत्सव का माहौल बन गया है।
इन फसलों का बड़ा एमएसपी
किसान मोर्चा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री धनखड़ ने बताया कि पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कैबिनेट ने कुसुम के एमएसपी में सबसे ज़्यादा 600 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि की घोषणा की है। मसूर के एमएसपी में 300 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि की। सरसों के लिए 250 रुपये प्रति क्विंटल, चना के लिए 225 रुपये प्रति क्विंटल, जौ के लिए 170 रुपये प्रति क्विंटल और गेहूं के लिए 160 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की गई है।
किसान बंधु धनखड़ ने बताया कि 2026-27 मार्केटिंग सीजन के लिए अनिवार्य रबी फसलों के लिए एमएसपी में यह बढ़ोतरी, 2018-19 के केंद्रीय बजट में की गई घोषणा के अनुरूप है, जिसमें एमएसपी को भारत में उत्पादन की औसत लागत का कम से कम 1.5 गुना तय करने की बात कही गई थी। उस पर मोदी सरकार खरी उतरी है
धनखड़ ने कहा कि भारत में उत्पादन की औसत लागत पर गेहूं के लिए 109 प्रतिशत का लाभ, इसके बाद रेपसीड और सरसों के लिए 93 प्रतिशत, दाल के लिए 89 प्रतिशत, चने के लिए 59 प्रतिशत, जौ के लिए 58 प्रतिशत और सरसों के तेल के बीज के लिए 50 प्रतिशत का लाभ होने की उम्मीद है। रबी फसलों के इस बढ़े हुए एमएसपी से किसानों को उचित मूल्य मिलेगा और फसल में विविधता लाने को बढ़ावा मिलेगा।

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