मोदी राज में एक रुपया का भी बड़ा महत्व: डा. संजय शर्मा

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मोदी-मनोहर योजनाओं से खुशहाल हो रहे हैं गरीब और किसान: डा. संजय शर्मा

चंडीगढ़, 19 अक्टूबर। आज भी एक रुपये का कितना महत्व है, ये अपको मोदी सरकार की योजनाओं में दिख सकता है। महज एक रुपया प्रतिदिन या एक रुपया प्रति माह के खर्च पर अब गरीब से गरीब व्यक्ति बीमा और वित्तीय सुरक्षा का लाभ उठा रहा है। आजादी के दशकों बाद भी देश की एक बड़ी आबादी बैंकिंग सेवाओं से वंचित थी। लेकिन प्रधानमंत्री मोदी की जन-धन योजना ने इस दिशा में क्रांतिकारी बदलाव लाकर रख दिया। आज गरीबों के 46.25 करोड़ से भी अधिक बैंक खाते खोले जा चुके हैं। प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) का उपयोग कर सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों के बैंक खातों में सीधे 24.58 लाख करोड़ रुपये हस्तांतरित किए गए हैं। देश का भरण पोषण करने वाले हमारे किसान खुद कई मुश्किल परिस्थितियों से गुजरकर हमारा पेट भरते हैं। कम उपज, उपज की कम कीमत, खेतों की बिगड़ती सेहत, भंडारण की कमी और फसल की बर्बादी जैसे कई कारण हैं, जो उनके लिए चुनौती बनकर आते हैं। केंद्र और हरियाणा सरकार की मनोहर योजनाओं ने किसानों और गरीबों के जीवन में बड़ा बदलाव किया है।
भारतीय जनता पार्टी हरियाणा के मीडिया प्रमुख डा. संजय शर्मा बताते हैं कि किसानों की मुश्किलों को कम करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने बीज से बाजार तक के पूरे फसल चक्र पर अपना ध्यान केंद्रित किया। इनमें गुणवत्ता वाले बीजों की खरीदारी, नीम कोटेड यूरिया की व्यवस्था, उर्वरक, सॉइल हेल्थ कार्ड और फसल बीमा से लेकर ई-एनएएम के जरिए अपनी फसलों को बेचने के लिए बाजार उपलब्ध कराने तक हर चरण में सहायता उपलब्ध करना शामिल है। इसके अलावा एक सुरक्षात्मक उपाय के रूप में प्रधानमंत्री मोदी ने पीएम किसान योजना लागू की है। इसके जरिए देश में पहली बार किसानों के खाते में हर वर्ष सीधे 6 हजार रुपये डाले जा रहे हैं।
संजय शर्मा ने कहा कि हरियाणा में एक कहावत है कि मुसीबत के समय जिसका कोई नहीं होता उसका भगवान मालिक होता है। लेकिन इस कहावत को मोदी और मनोहर सरकार ने बदल कर रख दिया है। गरीबों को इलाज के लिए जहां आयुष्मान का सुरक्षा चक्र दिया वहीं किसानों की आय बढ़ाने में मदद करने के लिए जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए परम्परागत कृषि विकास योजना शुरू की गई है। साथ ही किसान रेल और कृषि उड़ान जैसी पहलों के साथ, देश भर के किसानों को भारत और दुनिया भर के बाजारों में अभूतपूर्व पहुंच मिल रही है। हरियाणा की मनोहर सरकार भावांतर भरपाई योजना के तहत किसानों को हो रहे नुकसान की भरपाई कर रही है ताकि किसान खुशहाल रहे।

कांग्रेस के समय यूरिया लेने के लिए खानी पड़ती थी किसानों को लाठियां

डा. संजय शर्मा ने कहा कि कांग्रेस के नेताओं को सरकार की नीतियों में कोई खामियां नजर नहीं आई तो बाजरा की फसल को लेकर राजनीतिक रोटियां सेंकने की तैयारी करने लगे। लेकिन हरियाणा की किसान हितैषी मनोहर सरकार ने भावांतर भरपाई योजना के तहत बाजरे की बुआई करने वाले प्रदेश के किसानों को 450 रुपये प्रति क्विंटल का भुगतान कर राजनीतिक रोट सेंक रही कांग्रेस का चूल्हा ही बूझा दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के समय यूरिया के लिए लाठियां खाने वाले किसान भली भांति समझ चुके हैं कि उनका भला सिर्फ भारतीय जनता पार्टी की सरकार में है।

यूरिया उत्पादन में आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है भारत: शर्मा

डा. संजय शर्मा ने कहा कि पीएम मोदी ने यूरिया की शत प्रतिशत नीम कोटिंग करके उसकी कालाबाजारी पर लगाम लगाई। बरसों से बंद पड़े देश के 6 बड़े कारखानों को फिर से शुरू करने के लिए मेहनत की। अब तो यूरिया उत्पादन में आत्मनिर्भरता के लिए भारत तेजी से लिक्चिड नैनो यूरिया की तरफ बढ़ रहा है। नैनो यूरिया कम खर्च में अधिक प्रोडक्शन का माध्यम बनेगी। वन नेशन, वन फर्टिलाइजर के रूप में किसानों को सस्ती और क्वालिटी की खाद भारत ब्रांड के तहत उपलब्ध कराने की योजना प्रधानमंत्री ने शुरू कर देश के करोड़ों किसानों का मन जीता है।