प्रदेश के 21 लाख परिवारों से महासम्पर्क करेगी भाजपा :- धनखड़
केंद्र एवं प्रदेश सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को लेकर जाएंगे घर-घर
चंडीगढ़ –
बुधवार को चंडीगढ़ स्थित भारतीय जनता पार्टी के कार्यालय पर प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ की मौजूदगी में कई सुप्रसिद्ध हरियाणवी कलाकारों ने पार्टी में आस्था दिखाते हुए ज्वाइन किया l ज्वाइन करने वाले कलाकारों में बिंदर दनोदा,रमेश चहल,डी-गौर,जितेंद्र नैन,मोनिका शर्मा,रवीना बिश्नोई, डेसी वर्मा और इंदु फोगाट, साहिल संधू, बिजेंद्र नैन, विजय दनौदा शामिल थे। इस अवसर पर भाजपा के प्रदेश संगठन मंत्री रविन्द्र राजू, प्रदेश महामंत्री व विधायक मोहन लाल बडोली, प्रदेश मिडिया सह प्रमुख संजय आहूजा, प्रदेश प्रवक्ता प्रवीण अत्रे, रंजीता मेहता उपस्थित थे l
धनखड़ ने सभी नए जुड़े कलाकारों का अभिनन्दन करते हुए कहा कि सांस्कृतिक राष्ट्रवाद व एकात्म मानववाद की पार्टी में सभी कलाकारों का स्वागत है l इसके साथ ही पार्टी के आगामी कार्यक्रमों के बारे में जानकारी देते हुए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ ने बताया कि केंद्र सरकार के आठ साल पूरे होने पर भाजपा कार्यकर्ता प्रदेश भर में केंद्र एवं प्रदेश में लागु जनकल्यानकारी योजनाओं को लेकर 21 लाख परिवारों से महासम्पर्क करेगी l इसी सन्दर्भ में 30 अप्रैल को गुरुग्राम में प्रदेश के लगभग 200 नेताओं के साथ बैठकर योजना बनेगी l एक मई को हिसार में भी ऐसी ही एक बैठक बुलाई गई है जिसमे लगभग 600 लोग भाग लेंगे l उन्होंने कहा कि प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री मनोहर लाल जी का जन्मदिन भी अगले माह में है, तो उसके मद्देनजर भी पार्टी 5 मई से 25 मई तक 20 लाख लोंगों से संपर्क करते हुए सरकार की योजनाओं से अवगत करवाएगी l प्रदेश का हर नेता अपने बूथ पर सम्पर्क करेगा हर बूथ पर लगभग सौ लोगों से सम्पर्क होगा l
कांग्रेस के नेतृत्व परिवर्तन के एक सवाल के जवाब में धनखड़ ने कहा कि उदयभान अच्छे नेता हैं, बशर्ते उनको काम करने दिया जाये l उन्होंने कहा कि आज कांग्रेस खुद कांग्रेस के लिए चुनौती बन चुकी है, गुटबाजी हावी है l कांग्रेस के केन्द्रीय नेतृत्व ने एक अध्यक्ष के साथ चार कार्यकारी अध्यक्ष बनाए हैं, जो किसी न किसी गुट से संबंधित हैं l हरियाणा में भी कांग्रेस का हाल पंजाब जैसा होगा l तंज भरे लहजे में धनखड़ ने कहा कि हरियाणा में कांग्रेस कोई चुनौती नहीं, कांग्रेस खुद कांग्रेस के लिए चुनौती है l अपना अस्तित्व बचाने को कांग्रेस दलित फार्मूला लगाती है, लेकिन स्वीकार्यता नहीं देती l प्रदेश की जनता जानती है कि दलित परिवार से आने वाले अशोक तंवर के साथ क्या हुआ l वही कुमारी शैलजा को काम करने नहीं दिया गया यह भी किसी से छिपा नहीं है l

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