शिक्षा और चिकित्सा को आम आदमी पार्टी ने ही बनाया मुख्य मुद्दा-सत्येंद्र जैन
कांग्रेस खटारा बस और शिअद प्राइवेट कंपनी, इन्हें बदलना बेहद जरूरी – सत्येंद्र जैन
पंजाब का हर आदमी बदलाव चाहता है – सत्येंद्र जैन
लोगों को मुफ्त सेवाएं देना केजरीवाल का अर्थशास्त्र है, इसे समझना कांग्रेस-भाजपा और अकाली दल के वश की बात नहीं
अमरगढ़/मलेरकोटला, 25 दिसंबर 2021
आम आदमी पार्टी(आप) के राष्ट्रीय नेता और दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन ने कांग्रेस को खटारा बस और शिरोमणि अकाली दल(बादल) को प्राइवेट कंपनी करार दिया। जैन ने कहा, कांग्रेस 135 साल पुरानी खटारा बस खटारा हो चुकी है और अकाली दल बादल परिवार के कब्जे के कारण प्राइवेट कंपनी बन चुकी है। राज्य और देश की भलाई के लिए इन दोनों को बदलना बेहद जरूरी है।
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शनिवार को आप नेता अमरगढ़ व आसपास के व्यापारियों और कारोबारियों से मिले और उनकी समस्याएं सुनी, ताकि 2022 विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी के मेनिफेस्टो में इनकी मांगों को शामिल किया जा सके। सभा को संबोधित करते हुए जैन ने कहा, आम लोगों को मुफ्त में अच्छी सुविधाएं उपलब्ध कराना केजरीवाल और आम आदमी पार्टी का अर्थशास्त्र है। लोगों को अगर मुफ्त में बिजली मिलेगी, पानी मिलेगा, मुफ्त में अच्छी शिक्षा और चिकित्सा सेवा मिलेगी, तो उनके पैसे बचेंगे। इस पैसे से वे बाजार से सामान खरीदेंगे। फिर डिमांड बढ़ेगा। डिमांड बढ़ेगा तो प्रोडक्शन भी बढ़ेगा और प्रोडक्शन बढ़ेगा तो रोजगार भी खुद ब खुद बढ़ जाएगा। केजरीवाल का अर्थशास्त्र समझना कांग्रेस- अकाली और कैप्टन व भाजपा के वश की बात नहीं है। जैन ने दुकानदारों से अपील करते हुए कहा, आम आदमी पार्टी की सरकार बनने पर हर महीने की 1 से 7 तारीख तक दुकान पर ही बैठे रहें। आप की सरकार 18 वर्ष से ऊपर की सभी महिलाओं को हर महीने ₹1000 भत्ता देगी। फिर किसी भी महिला को छोटी छोटी चीजों के लिए पैसे मांगने की जरूरत नहीं रह जाएगी।
आम आदमी पार्टी के लिए 2022 के चुनावों का महत्व बताते हुए जैन ने कहा, “पंजाब हमारे लिए ‘गेटवे ऑफ इंडिया’ है। दिल्ली में हमारी सरकार है, लेकिन दिल्ली पूर्ण राज्य नहीं है। पंजाब पूर्ण राज्य है। यहां हमें काम करने का पूरा मौका मिलेगा। अगर पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनी तो हम विकासमुखी शासन की नई परिभाषा लिखेंगे और देश की राजनीति में ‘काम की राजनीति’ का एक नया अध्याय जोड़ेंगे।
जैन ने कहा, रोजगार सृजन करने वाले उद्योगों को प्रोत्साहन देने के लिए सरकार इंसेंटिव देती है। लेकिन पंजाब में इसका उल्टा है। पंजाब के सत्ताधारी नेता, विधायक और मंत्री रोजगार सृजन करने वाले उद्योगपतियों व व्यापारियों से हिस्सा मांगते हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली का बजट 60 हजार करोड़ है और आबादी दो करोड़ है। जबकि पंजाब की आबादी 3 करोड़ है और बजट 1 लाख 70 हजार करोड़ है। फिर भी अकाली, कांग्रेस और भाजपा के नेता कहते हैं कि सरकार का खजाना खाली है। दरअसल, खजाना खाली नहीं है। इन भ्रष्ट नेताओं की नियत में भूख है जो इतनी लूट के बावजूद भी नहीं भर रही है। यदि इनकी नीति और नियत अच्छी होती तो आज खजाना खाली नहीं होता। जनता के पैसे से उन्होंने सिर्फ अपनी जेब भरी। पंजाब के लोग अब पारंपरिक पार्टियों की लूट और भ्रष्टाचार से तंग आ चुके हैं। आज पंजाब का हर आदमी बदलाव चाहता है।
जैन ने कहा कि शिक्षा और चिकित्सा को आम आदमी पार्टी ने ही देश का मुख्य मुद्दा बनाया। आज शिक्षा और चिकित्सा से जुड़ी खबरें दिल्ली सरकार के कार्यों की वजह से अखबारों के पहले पन्ने पर छपती है। जबकि पहले अखबारों में इस तरह की खबरों का बेहद कम जिक्र होता था। उन्होंने कहा, आप नेताओं का कोई राजनीतिक बैकग्राउंड नहीं है। हमारे सभी विधायक और मंत्री आम परिवारों से हैं। इसीलिए वे आम लोगों के दुख- दर्द भली-भांति समझते हैं। जबकि पारंपरिक पार्टियों के विधायक और मंत्री बाहुबली की तरह बर्ताव करते हैं। जैन ने पंजाब के लोगों से राज्य के संपूर्ण विकास, शांति और सुरक्षा के लिए 2022 में आम आदमी पार्टी को एक मौका देने की अपील की। इस अवसर पर जैन के साथ अमरगढ़ से आप उम्मीदवार जसवंत सिंह गज्जनमाजरा और अन्य स्थानीय नेता मौजूद थे।

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