दुग्ध उत्पादन और इससे जुड़े व्यवसाय अपनाएं किसान
हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त और सुदृढ बनने के लिए दुग्ध उत्पादन और दुध से जुड़े उत्पादों को बढावा देना चाहिए। इसके साथ ही फसल विविधिकरण के तहत नए कृषि प्रोजेक्ट और बागवानी को भी व्यवसाय के रूप में अपनाना चाहिए।
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कृषि मंत्री ने कहा कि प्रदेश में फिलहाल 10 हजार करोड़ रुपए का दुग्ध उत्पादन व्यवसाय है। इसे दोगुना करने पर बल दिया जा रहा है। एनसीआर क्षेत्र के कारण यह लक्ष्य आसानी से हासिल किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि किसानों की आर्थिक स्थित मजबूत करने के लिए कृषि, बागवानी, पशुपालन एवं मछली पालन अधिकारी पूर्ण तालमेल के साथ कार्य करें।श्री दलाल ने कहा कि पशुपालकों को दुग्ध उत्पादन बढाने के लिए मुर्राह नस्ल के झोटे एवं साण्डों से कृत्रिम गर्भाधान करवाना चाहिए। फसल विविधिकरण के तहत बागवानी फसलों में फल एवं फूल की खेती को बढाना चाहिए जिससे वे हर रोज नकद मिलने वाली आमदनी की ओर बढ सकें । उन्होंने कहा कि इनसे किसानों की आय बढेगी और उनके जीवन में खुशहाली आएगी। इसके साथ ही गांवों का भी आर्थिक विकास होगा। उन्होंने कहा कि जमीन की जोत कम होने के कारण किसानों को हमेशा ज्यादा कीमत वाली फसलें उगानी चाहिए।
कृषि मंत्री ने कहा कि पीपीपी योजना के तहत गरीबी दूर करने के लिए मुख्यमंत्री ग्रामोदय उत्थान मेलों का आयोजन किया जा रहा है। इसके तहत एक लाख परिवारों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने दुग्ध उत्पादकों को लाखों रुपए की प्रोत्साहन राशि के 120 पुरस्कार वितरित किए। इसके अलावा मुख्यमंत्री किसान खेतीहर बीमा योजना के तहत 7 लाभार्थियों को 3.50 लाख रुपए की राशि भी वितरित की।

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