प्रदेश में दुग्ध उत्पादन 20 हजार करोड़ रुपये तक करने का लक्ष्य- जेपी दलाल

JP DALAL
हरियाणा के किसानों के लिए ‘चारा-बिजाई योजना’ को लागू करने की शुरूआत

Sorry, this news is not available in your requested language. Please see here.

दुग्ध उत्पादन और इससे जुड़े व्यवसाय अपनाएं किसान
चण्डीगढ 4 दिसंबर 2021

हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त और सुदृढ बनने के लिए दुग्ध उत्पादन और दुध से जुड़े उत्पादों को बढावा देना चाहिए। इसके साथ ही फसल विविधिकरण के तहत नए कृषि प्रोजेक्ट और बागवानी को भी व्यवसाय के रूप में अपनाना चाहिए।

और पढ़ें :-दिल्ली के आसपास के 100 किलोमीटर क्षेत्र को रखा जाए एनसीसीआर में, शेष राज्य सरकार अपने स्तर पर करेगी विकसित : मुख्यमंत्री
कृषि मंत्री हरियाणा पशुधन विकास बोर्ड द्वारा राजकीय पशुचिकित्सालय, सिवानी में आयोजित पशु मेले पर पशुपालकों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा किसानों का हक सवाया करने पर बल दिया जा रहा है। मछली पालन, पशुपालन, बागवानी एवं कृषि से जुड़ी योजनाएं किसानों की आमदनी दोगुनी करने में सहायक ही नहीं बल्कि कारगर होंगी। उन्होंने कहा कि हर जिले में बड़े पशु अस्पताल खोलने और 50 से अधिक पशु कॉल सेंटर खोलने का निर्णय लिया है। इसके तहत गम्भीर पशु रोगों का ईलाज एक कॉल पर करने के लिए चिकित्सक तत्पर रहेंगे और तुरंत पशुपालक के घर तक पहुंचेंगे । उन्होंने कहा कि दुध और कृषि उत्पादों के लिए प्रोसेसिंग युनिट भी स्थापित की जाएंगी ताकि किसानों को सीधे उनके नजदीक ही व्यवसाय से जोडा जा सके।

कृषि मंत्री ने कहा कि प्रदेश में फिलहाल 10 हजार करोड़ रुपए का दुग्ध उत्पादन व्यवसाय है। इसे दोगुना करने पर बल दिया जा रहा है। एनसीआर क्षेत्र के कारण यह लक्ष्य आसानी से हासिल किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि किसानों की आर्थिक स्थित मजबूत करने के लिए कृषि, बागवानी, पशुपालन एवं मछली पालन अधिकारी पूर्ण तालमेल के साथ कार्य करें।
श्री दलाल ने कहा कि पशुपालकों को दुग्ध उत्पादन बढाने के लिए मुर्राह नस्ल के झोटे एवं साण्डों से कृत्रिम गर्भाधान करवाना चाहिए। फसल विविधिकरण के तहत बागवानी फसलों में फल एवं फूल की खेती को बढाना चाहिए जिससे वे हर रोज नकद मिलने वाली आमदनी की ओर बढ सकें । उन्होंने कहा कि इनसे किसानों की आय बढेगी  और उनके जीवन में खुशहाली आएगी। इसके साथ ही गांवों का भी आर्थिक विकास होगा। उन्होंने कहा कि जमीन की जोत कम होने के कारण किसानों को हमेशा ज्यादा कीमत वाली फसलें उगानी चाहिए।

कृषि मंत्री ने कहा कि पीपीपी योजना के तहत गरीबी दूर करने के लिए मुख्यमंत्री ग्रामोदय उत्थान मेलों का आयोजन किया जा रहा है। इसके तहत एक लाख परिवारों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने  दुग्ध उत्पादकों को लाखों रुपए की प्रोत्साहन राशि के 120 पुरस्कार वितरित किए। इसके अलावा मुख्यमंत्री किसान खेतीहर बीमा योजना के तहत 7 लाभार्थियों को 3.50 लाख रुपए की राशि भी वितरित की।