सेवा भावना से मजबूत होती है सामाजिक व्यवस्था : डॉ. अरविंद शर्मा

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पात्र महिलाओं को कैबिनेट मंत्री ने सौंपे पेंशन चेक

दीनदयाल लाडो लक्ष्मी योजना के लिए महिलाओं को किया प्रेरित

चंडीगढ़, 29 अक्तूबर 2025

हरियाणा के सहकारिता, विरासत एवं पर्यटन मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में हरियाणा सरकार सेवा भावना के लक्ष्य के साथ गरीब, वंचित और पात्र परिवारों के उत्थान के लिए समर्पित है। उन्होंने कहा कि सामाजिक व धार्मिक संगठनों के साथ-साथ समाजसेवियों की सेवा भावना से सामाजिक व्यवस्था और अधिक मजबूत होती है। हमें निरंतर यह प्रयास करना चाहिए कि जरूरतमंद व्यक्ति केंद्र एवं प्रदेश सरकार की योजनाओं का लाभ अवश्य उठाएं।

मंगलवार देर शाम सहकारिता मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा गोहाना में निजी संस्था द्वारा आयोजित एक सामाजिक समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने 300 से अधिक पात्र महिलाओं को कुल 13 लाख रुपये की राशि के पेंशन चैक वितरित किए।

डॉ. शर्मा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने हमेशा पंडित दीनदयाल उपाध्याय के अंत्योदय विचार को दृढ़ता से आगे बढ़ाया है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में सरकार ने सामाजिक सुरक्षा भत्ता को 3000 रुपये से बढ़ाकर 3200 रुपये मासिक करने की घोषणा की है, जो नवंबर से पात्र लाभार्थियों को प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि सेवा भावना की भावना से ही समाज और राष्ट्र को सशक्त बनाया जा सकता है।

सहकारिता मंत्री ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं के माध्यम से पात्र परिवारों को न केवल मुख्यधारा से जोड़ा जा रहा है, बल्कि उन्हें आर्थिक रूप से भी सशक्त बनाया जा रहा है। इस दिशा में सामाजिक व धार्मिक संगठनों की भूमिका अत्यंत सराहनीय है। उन्होंने समाजसेवी विजय कत्याल और उनके परिवार की प्रशंसा करते हुए कहा कि इतने वर्षों से वे विधवाओं और पात्र परिवारों को पेंशन वितरण में जो सहयोग कर रहे हैं, उससे अनेक परिवारों को राहत मिली है।

कैबिनेट मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने कहा कि सभी को अपने आसपास के जरूरतमंद और वंचित लोगों की सहायता के लिए आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में सरकार दीनदयाल उपाध्याय लाडो लक्ष्मी योजना को सफल बनाने के लिए पात्र बहनों और माताओं को पंजीकरण के लिए प्रेरित कर रही है, ताकि उन्हें भी 2100 रुपये मासिक सहयोग मिल सके। अब तक प्रदेश की 6 लाख से अधिक पात्र महिलाओं ने इस योजना के अंतर्गत पंजीकरण करवाया है।