हरियाणा सिंचाई विभाग ने किया कार्यशाला का आयोजन

कुरुक्षेत्र, 7 दिसंबर 2021

सिंचाई और जल संसाधन विभाग हरियाणा की ओर से हरियाणा सिंचाई और संसाधन प्रबंधन संस्थान (हिरमी) कुरुक्षेत्र में एक दिवसीय राज्य प्रतिबिंब कार्यशाला का आयोजन किया गया।

कार्यशाला में जल सुरक्षा योजना और इस योजना की तैयारी के दौरान अपनाई जाने वाली प्रक्रिया पर सामूहिक चिंतन किया गया। इसमें जानकारी दी गई कि राष्ट्रीय कार्यक्रम प्रबंधन इकाई भारत सरकार ने हरियाणा राज्य द्वारा प्रस्तुत जल सुरक्षा योजना पर विचार किया है।

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कार्यशाला में सभी जिलों के नोडल अधिकारियों के साथ-साथ डीपीएमयू के विशेषज्ञ और डीआईपी टीम लीडर ने भाग लिया। अधीक्षण अभियंता अरविंद कौशिक ने परियोजना निदेशक प्रतुल सक्सेना के साथ एनपीएमयू के सभी अधिकारियों का स्वागत किया।

वर्कशॉप में क्वालिटी कंट्रोल ऑफ इंडिया की टीम भी मौजूद थी। टीएसए-एसपीएमयू टीम के श्री प्रतीक कुमार ने कार्य-सूची के संक्षिप्त परिचय के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की। इसके बाद परियोजना निदेशक का सत्र हुआ, जिन्होंने हरियाणा राज्य द्वारा प्रस्तुत जल सुरक्षा योजना की स्थिति पर एक प्रस्तुति दी। उन्होंने परियोजना के महत्व और तीव्रता पर भी ध्यान केंद्रित करने का आह्वान किया।

उन्होंने बेहतर और सहभागी भूजल प्रबंधन के लिए जल सुरक्षा योजना की तैयारी में सामुदायिक भागीदारी के महत्व पर भी चर्चा की। इस सत्र के बाद मंच को चर्चा के लिए खोल दिया गया। प्रत्येक डीआईपी टीम द्वारा डीपीएमयू टीम के साथ विचार-विमर्श किया गया।

वीडब्ल्यूएससी, डेटा संग्रह आदि से संबंधित विभिन्न मुद्दों को उठाया गया और फील्ड टीमों को विभाग से सभी प्रकार के समर्थन का आश्वासन दिया गया। डॉ सतबीर सिंह कादियान, परियोजना निदेशक-अटल जल हरियाणा ने बताया कि अटल जल योजना के तहत हरियाणा के हर गांव में जल पंचायत होंगी। इस दौरान पंचायत में ग्रामीण अपने भू-जल संसाधनों का स्वामित्व लेंगे और राज्य टीम के परामर्श से भविष्य की कार्य योजना तय करेंगे। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम ने राज्य में भू-जल प्रशासन में क्रांति आएगी, जो पूरे देश के लिए एक मिसाल कायम होगी।