किसान कपास की फसल पर कीटनाशकों का जरूरत से ज्यादा छिडक़ाव न करें : समर सिंह

चण्डीगढ़, 8 अगस्त – चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार के कुलपति प्रोफेसर समर सिंह ने किसानों से आग्रह किया है कि वे कीट की सही पहचान किए बगैर कपास की फसल पर कीटनाशकों का जरूरत से ज्यादा छिडक़ाव न करें।
उन्होंने किसानों को कपास पर कीटनाशकों का अंधाधुंध प्रयोग न करने की सलाह देते हुए कहा कि इस साल नरमा कपास की अच्छी पैदावार होने की उम्मीद है क्योंकि अभी तक फसल अच्छी खड़ी है। इसलिए किसान कपास की अच्छी पैदावार लेने के लिए हर संभव प्रयास करने में जुटे हैं। कई बार किसान कीटनाशक विक्रेता से सलाह लेकर कीट की सही पहचान किए बगैर ही कपास पर कीटनाशक का जरूरत से ज्यादा छिडक़ाव कर रहे हैं, जो गलत है।
उन्होंने कहा कि जिन क्षेत्रों में बारिश कम हुई है, उन क्षेत्रों में नरमा कपास में सफेद मक्खी की समस्या अधिक है जबकि अधिक वर्षा वाले इलाकों में इसकी समस्या कम है। इसके अलावा, नरमा कपास पर हरे तेला का भी प्रकोप बढ़ रहा है। उन्होंने किसानों से कृषि वैज्ञानिकों से सलाह लेकर ही कीटों के प्रबन्धन के लिए कीटनाशकों का छिडक़ाव करने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि किसान बिना सिफारिश ही कीटनाशकों का फसल पर छिडक़ाव कर देते हैं जिससे उनको आर्थिक नुकसान तो होता ही है, साथ ही पर्यावरण प्रदुषण भी बढ़ता है।
प्रोफेसर समर सिंह ने बताया कि कोविड-19 के चलते कृषि वैज्ञानिकों का किसानों के साथ खेतों का दौरा संभव नहीं हो पा रहा है, जिसकी वजह से वे किसानों से फोन पर ही संपर्क साध रहे हैं और समय-समय पर उनकी फसलों को लेकर सलाह दे रहे हैं।