ब्लॉक खुई खेड़ा में किया जा रहा है टीकाकरण हेड काउंट सर्वे

मिशन का उद्देश्य 5 वर्ष से कम आयु के बच्चों व गर्भवती माताओं के पूर्ण टीकाकरण करवानाः डॉ. गांधी

आशा कार्यकर्ताओं घर-घर जा के कर रही हैं डाटा एकत्रित: बीईई सुशील कुमार

फाजिल्का 27 फ़रवरी 2025

पंजाब सरकार लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। विभाग द्वारा बच्चों और गर्भवती महिलाओं को जानलेवा बीमारियों से बचाने के लिए नियमित टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। नियमित टीकाकरण के दौरान छूटे हुए बच्चों का पूर्ण टीकाकरण सुनिश्चित करने के लिए टीकाकरण से बचाव योग्य बीमारियों से संबंधित कर्मचारियों का सर्वेक्षण और प्रशिक्षण कराया जा चुका है। इसके तहत अब ब्लाक खुई खेड़ा में सिविल सर्जन डॉ. लहिम्बर राम के निर्देशानुसार व सीनियर मेडीकल अफसर डॉ. विकास गांधी की देखरेख में आशा कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर पहुंचकर टीकाकरण संबंधी सर्वे कर डाटा एकत्रित किया जा रहा है ।

अभियान के संबंध में एसएमओ डॉ. गांधी ने बताया कि कर्मचारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में टीकाकरण से वंचित रह गए बच्चों व गर्भवती महिलाओं की पहचान कर उनकी सूची तैयार करें तथा उनके लिए सत्र योजना बनाकर माइक्रो प्लान तैयार करें। उन्होंने कहा कि इस मिशन का उद्देश्य 5 वर्ष से कम आयु के बच्चों व गर्भवती माताओं के नियमित टीकाकरण में कमी को पूरा करना तथा पूर्ण टीकाकरण करवाना है। इससे गर्भवती माताओं का शत-प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित होगा, ताकि गर्भवती व नवजात बच्चों की मृत्यु दर में कमी लाई जा सके।

ब्लॉक मास मीडिया इंचार्ज ने बताया कि यह अभियान दो चरणों में चलाया जाएगा, पहला चरण 24 फ़रवरी एल से 1 मार्च तक चलेगा। उन्होंने कहा कि गर्भवती माताएं तथा पांच वर्ष तक के बच्चे जो किसी कारणवश टीकाकरण से वंचित रह गए हैं या जिनका टीकाकरण पूरा नहीं हुआ है, उन्हें विशेष शिविरों के माध्यम से टीका लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस अभियान में टीकाकरण से छूटे हुए क्षेत्र, उच्च जोखिम वाले क्षेत्र, झुग्गी-झोपड़ी वाले क्षेत्र, प्रवासी आबादी, झुग्गी-झोपड़ी वाले क्षेत्र, भट्ठे, खाली उप-केंद्र जहां 2 या 3 नियमित टीकाकरण सत्र आयोजित नहीं हुए हैं, पहुंच से दूर आबादी, प्रकोप वाली आबादी और अन्य कठिन क्षेत्र शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि गर्भवती माताओं को दो टिटनेस के टीके तथा बच्चों को पोलियो, टीबी, डिप्थीरिया, डायरिया, खसरा व रूबेला, इंसेफेलाइटिस, पीलिया, काली खांसी, निमोनिया तथा अंधेपन जैसी जानलेवा बीमारियों से बचाव के लिए सम्पूर्ण टीकाकरण कराना आवश्यक है।