एमएसपी के बावजूद बेहद कम दाम पर खरीदी जा रही हैं नरमा व मक्का की फसलें- प्रो. बलजिन्दर कौर

Prof Baljinder Kaur

-‘आप’ विधायकों ने कहा, ऐलानी एमएसपी से कम मूल्य पर फसल बेचने के लिए बेबस हैं किसान

बठिंडा,  21 सितम्बर 2020
आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब ने दोआबा में नरमा व मक्का की मंडियों में खरीद के दौरान किसानों की हो रही लूट का सख्त नोटिस लेते भाजपा समेत उन सभी गुटों को होशियारपुर और बठिंडा की मंडियों के दौरे करने की सलाह दी है, ‘‘जो एमएसपी (कम समर्थन मूल्य) जारी रहेगी,’’ डायलॉग के साथ कृषि विरोधी काले कानूनों की वकालत करके किसानों को गुमराह कर रही हैं।
पार्टी हैडक्वाटर से जारी बयान के द्वारा पार्टी के सीनियर नेता और विधायक प्रो. बलजिन्दर कौर, प्रिंसीपल बुद्धराम, रुपिन्दर कौर रूबी और जै सिंह रोड़ी ने बताया कि 2020-21 के खरीफ सीजन के लिए केंद्र सरकार ने मक्का की फसल पर प्रति क्विंटल 1870 रुपए और नरमे की फसल पर 5825 (लंबा रेशा) और 5515 रुपए (माध्यम रेशा) प्रति क्विंटल कम से कम समर्थन मूल्य (एमएसपी) का ऐलान किया था, परंतु वास्तविकता यह है कि प्राईवेट खरीददारों की ओर से होशियारपुर समेत मक्का की फसल के प्रति क्विंटल 650 से लेकर 1000 रुपए तक खरीदी जा रही है, जबकि बठिंडा समेत मालवे की मंडियों में नरमे की फसल 4000 से 5000 रुपए प्रति क्विंटल खरीदी जा रही है।
‘आप’ नेताओं ने कहा कि मक्का और नरमे की फसल पर एम.एस.पी ऐलान होने के बावजूद किसान की हो रही अंधी लूट को रोकने के लिए जहां पंजाब सरकार को अपनी एजेंसी मार्कफैड को मंडियों में उतारना चाहिए, वहीं केंद्र सरकार अपनी भारतीय कपास निगम (सीसीआई) को नरमे की तुरंत खरीद शुरू करने के लिए पाबंद करे।
‘आप’ नेताओं ने कहा कि नरमे और मक्का की फसलों की सरकारी खरीद की गारंटी न होने के कारण प्राईवेट खरीददारों की तरफ से अंधी लूट की जा रही है, यह मोदी सरकार के कृषि सम्बन्धित तैयार किये ताजा कानूनों का ही एक ‘ट्रेलर’ है। जब सरकार गेहूं और धान की निश्चित रूप से खरीद से बाहर हो गई तो गेहूं और धान की फसल भी ऐलानी एमएसपी के मुकाबले आधे मूल्य ही बिका करेंगे।