ग्रामीण क्षेत्र में डोर-टू-डोर कोरोना सर्वे और स्वास्थ्य जांच के दिए निर्देश-15 मई से प्रथम चरण में प्रदेश में एक हजार टीमे आरम्भ करेगी यह कार्य: मनोहर लाल

उपायुक्त मुकुल कुमार ने यमुनानगर जिला में ग्रामीण विलेज हैल्थ चैकिंग अभियान के प्रथम चरण की तैयारियों की दी जानकारी।
यमुनानगर, 13 मई,2021 ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना के संक्रमण को रोकने एवं चैन तोडने के लिए प्रदेश सरकार 15 मई से विशेष सर्वे अभियान आरम्भ कर रही है। इसके प्रथम चरण में एक हजार टीमें घर-घर जाकर लोगों के स्वास्थ्य की प्राथमिक जांच करेगी और कोरोना के लक्षण मिलने पर ग्रामीण स्तर पर ही स्थापित किए जा रहे आईसोलेशन केन्द्रों में आवश्यक चिक्तिसा सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी। इसके लिए जिला स्तर पर जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों को नोडल अधिकारी बनाया गया है और उनके साथ सिविल सर्जन व जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी बेहतर तालमेल के साथ कार्य करेगें।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आज विडियों कांफ्रैस के माध्यम से इस अभियान के लिए प्रदेश के सभी जिलो में किए गए प्रबंधों पर उपायुक्तो, पुलिस अधीक्षको व जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों के साथ चर्चा की। उन्होंने बताया कि प्रदेश के सभी 6 हजार गांवों में घर-घर जाकर लोगों के स्वास्थ्य की जांच की जाएगी और इसके लिए 8 हजार टीमे कार्य करेगी। कोरोना के लक्षण पाए जाने पर मरीज के स्वास्थ्य की स्थिति के मुताबिक ग्रामीण स्तर के साथ-साथ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र और जिला अस्पतालों में उपचार की सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी। इसके प्रथम चरण में स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से चिन्हित किए गए हॉट स्पोट गांवों में यह कार्य किया जा रहा है और चरणबद्घ तरीके से सभी गांवो के लिए इस तरह की 8 हजार टीमे तैनात की जाएंगी। गांव में घर-घर सर्वे के लिए आशा कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, स्कूल अध्यापक, पंचायत की महिला सदस्य इत्यादि को फील्ड टीम में शामिल किया गया है। इस कार्य की मॉनिटरिंग के लिए खण्ड और जिला स्तर पर भी अधिकारियों की टीमे बनाई गई है। विकास एवं पंचायत विकास के माध्यम से गांव स्तर पर सामुदायिक केन्द्रों, स्कूल भवनों इत्यादि में उपयुक्त सुविधाओं से युक्त स्थानों पर आईसोलेशन सैंटर स्थापित किए जाएंगे। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि आईसोलेशन केन्द्रो में उपयुक्त स्थान, बैड की व्यवस्था, बिजली, पानी, शौचालय की पर्याप्त व्यवस्था हो और ऐसे सैंटरो पर स्वच्छता को विशेष प्राथमिकता दी जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि बीपीएल परिवारो को निजी अस्पतालो में कोरोना ईलाज के लिए 5 हजार रुपये प्रतिदिन 7 दिन तक उपलब्ध करवाने का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि महामारी अलर्ट सुरक्षित हरियाणा के निर्णय के सकारात्मक परिणाम मिल रहे है और पिछले 3 दिनों से संक्रमण के नए मरीजो की संख्या में कमी दर्ज की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना मरीजो के लिए मोबाईल चिक्तिसा सुविधाए सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक जिला में 5-5 बसों में ऑक्सीजन युक्त सुविधाए उपलब्ध करवाई गई है। यह बसें स्वास्थ्य विभाग की देख रेख में सेवाए प्रदान करेंगी। इसी प्रकार पुलिस विभाग द्वारा कोरोना मरीजो की सुविधा के लिए प्रत्येक जिला को 20-20 वाहन उपलब्ध करवाए गए है। आवश्यकतानुसार इन वाहनों की सेवाए ली जा सकेंगी। उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने विडियों काफ्रैंस में सुझाव दिया कि फील्ड टीमो में सहयोग की भावना से कार्य करने वाले गांव के लोगो को भी साथ जोडा जाएगा। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि जिला प्रशासन सुनिश्चित करे कि कोई भी निजी अस्पताल कोरोना चिक्तिसा के लिए सरकार द्वारा निर्धारित दरो से अधिक पैसे वसूल न करे। उन्होंने शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में सैनिटाईजेशन को बढ़ावा देने तथा ग्रामीण क्षेत्र में ठीकरी पहरे को सख्ती से लागू करने की आवश्यकता पर बल दिया।
उपायुक्त मुकुल कुमार ने बताया कि जिला यमुनानगर में 10 गांवों में आईसोलेशन सैंटर स्थापित किए गए है और 15 मई से पूर्व 30 अन्य गावों में ऐसे सैंटर स्थापित कर दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि जिला के 490 गांवों में फील्ड टीमे गठित कर दी गई है और सरकार के निर्देशानुसार स्वास्थ्य विभाग द्वारा ग्रामीण आईसोलेशन सैंटर के लिए दवाईयों की कीट तैयार की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस कार्य के लिए पंचायती राज, विकास एवं पंचायत, स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन के अन्य सम्बन्धित विभाग बेहतर तालमेल के साथ कार्य कर रही है। उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में ठीकरी पहरा लगाया गया है और इसके निरीक्षण के लिए अधिकारियों को निर्देश भी जारी किए गए है।
बैठक में उपायुक्त मुकुल कुमार, नगर निगम आयुक्त धर्मबीर सिंह, पुलिस अधीक्षक कमलदीप गोयल, प्रशासनिक अधिकारी महावीर कौशिक, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नवीन आहूजा, जगाधरी के एसडीएम सुशील कुमार, बिलासपुर के एसडीएम जसपाल सिंह गिल, नगराधीश हरप्रीत कौर, सीएमजीजीए अकांक्षा सांगवान, सिविल सर्जन डा. विजय दहिया, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी शंकर लाल गोयल सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थे।