जल जीवन मिशन की वृहद परियोजनाओं में Óवाटर रिजर्वेशनÓ के लिए साझा प्रयास जारी रखें-जलदाय मंत्री
जयपुर, 05 जुलाई। प्रदेश में जल जीवन मिशन (जेजेएम) के तहत विभिन्न पेयजल परियोजनाओं के लिए Óवाटर रिजर्वेशनÓ के विषय पर जलदाय मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला की अध्यक्षता में सोमवार को जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग (पीएचईडी) एवं जल संसाधन विभाग (डल्यूआरडी) की संयुक्त बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित हुई।
जलदाय मंत्री डॉ. कल्ला ने कहा कि प्रदेश में जल जीवन मिशन के तहत वृहद पेयजल योजनाओं के लिए जल आरक्षण के मुद्दे पर दोनों विभागों के समन्वित प्रयासों से सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं, दोनों विभाग साझा मुहिम को आगे इसी प्रकार जारी रखें। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत द्वारा राज्य के बजट में घोषित पेयजल परियोजनाओं के लिए जल आरक्षण के बाकी मुद्दों पर सभी रीजन में दोनों विभागों के अधिकारी विचार विमर्श कर कार्यों को गति दें। पहले स्थानीय स्तर सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए सहमति बने, इसके बाद आवश्यक प्रस्ताव तैयार कर उच्च स्तर पर भेजे जाए, जिससे दोनों विभागों में राज्य स्तर पर उचित निर्णय लिए जा सके।
जलदाय मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार जल जीवन मिशन के तहत स्वीकृत परियोजनाओं के कामों को 2024 तक पूरा कर प्रदेश के गांवों में लक्ष्य के अनुसार Óहर घर नल कनेशनÓ देने के लिए प्रतिबद्घ है। उन्होंने अधिकारियों के साथ इंदिरा गांधी कैनाल क्षेत्र में Óएस्कैप रिजर्वायर्सÓ के प्रस्तावित कार्यों के बारे में भी चर्चा की और इन कार्यों को शेयर कॉस्ट के आधार पर करवाने के लिए औपचारिक प्रक्रिया को आगे बढ़ाने को कहा। डॉ. कल्ला ने जल संसाधन विभाग की ओर से स्थानीय स्तर पर जलदाय विभाग के साथ मिलकर क्षेत्रीय जल परियोजनाओं के लिए अतिरिक्त पानी की संभावना तलाशने के बारे में सूझबूझ और आपसी समझ से अब तक के प्रयासों को सराहनीय बताया।
जलदाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री सुधांश पंत ने जल संसाधन विभाग की ओर से सतत सहयोग के लिए आभार व्यक्त करते हुए पीएचईडी की प्रोजेट विंग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि आज की बैठक में जिन पेयजल परियोजनाओं में जल आरक्षण के बारे में चर्चा हुई है, उसके बारे में औपचारिक प्रस्ताव तैयार करके शीघ्रता से जल संसाधन विभाग को भेजे। जल संसाधन विभाग के प्रमुख शासन सचिव श्री नवीन महाजन ने कहा कि जल आरक्षण के विषय पर स्थानीय और राज्य स्तर पर समन्वय के साथ ही गुजरात, मध्य प्रदेश एवं अन्य राज्यों से अतिरिक्त पानी लेने के मुद्दों को इंटर स्टेट बोर्ड में भिजवाकर निदान का प्रयास किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि जलदाय मंत्री की अध्यक्षता में इस विषय पर गत मई माह में बैठक आयोजित की गई थी। उसकी प्रगति के बारे में आज प्रस्तुतीकरण में बताया गया कि जल संसाधन विभाग द्वारा जयपुर बीसलपुर पेयजल परियोजना के फेज-द्वितीय के लिए 5.5 टीएमसी अतिरिक्त पानी देने के लिए सहमति जताई गई है। इसी प्रकार माही डैम से 334 गांवों की पेयजल परियोजना के लिए 2.85 एमसीएम पानी आरक्षित किया जाएगा। इंदिरा गांधी कैनाल क्षेत्र में मुख्य नहर के साथ Óएस्केप चैनल्सÓ में बहने वाले पानी को Óरिजर्वायर्सÓ बनाकर सदुपयोग करने पर भी कार्यवाही प्रक्रियाधीन है। राजस्थान की सीमा में बेणेश्वर एनीकट और कडाना डैम के बैकवाटर का उपयोग करने के लिए उदयपुर रीजन में पीएचईडी एवं डल्यूआरडी के अधिकारियों ने संयुक्त रूप से क्षेत्र का दौरा किया है, जिसके सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं। इसी प्रकार कोटा रीजन में भी अधिकारियों की स्थानीय संयुक्त बैठकों के बाद कुछ पेयजल परियोजनाओं के लिए अतिरिक्त पानी लेने की सहमति बनी है।
वीसी में प्रदेश के सतही जल स्रोतों के अतिरिक्त पानी को संग्रहित करने के लिए अन्य स्थानों पर भी Óएस्केप मॉडलÓ पर कार्य करने की संभावनाओं पर चर्चा की गई। इस दौरान बीसलपुर बांध, चम्बल नदी, नर्मदा कैनाल, बत्तीसा नाला डैम, सुखानिया बांध, माही डैम, सोम कमला अम्बा बांध, कडाना बांध के बैक वाटर, जयसमंद बांध, जाखम बांध, उदयसागर और मानसी वाकल परियोजना सहित इंदिरा गांधी नहर परियोजना जैसे सतही पेयजल स्रोतों से जल जीवन मिशन में पेयजल परियोजनाओं के लिए अतिरिक्त पानी की उपलधता के बारे में भी विचार विमर्श हुआ।
वीसी का संचालन करते हुए जलदाय विभाग के मुख्य अभियंता (विशेष प्रोजेट्स) श्री दलीप कुमार गौड़ ने जेजेएम में जलदाय विभाग की वृहद पेयजल परियोजनाओं में जल आरक्षण के बारे में प्रस्तुतीकरण दिया। वीसी से जलदाय विभाग की विशिष्ट सचिव श्रीमती उर्मिला राजोरिया, मुख्य अभियंता (जोधुपर) श्री नीरज माथुर, मुख्य अभियंता (नागौर) श्री दिनेश गोयल और प्रदेश भर से प्रोजेट विंग के अतिरिक्त मुख्य अभियंता व अधीक्षण अभियंताओं के अलावा जल संसाधन विभाग से मुख्य अभियंता, बीकानेर श्री विनोद चौधरी, मुख्य अभियंता श्री असीम मार्कण्डेय, मुख्य अभियंता, हनुमानगढ़ श्री विनोद मित्तल सहित अन्य रीजन के अधिकारी भी जुड़े।
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