जलशक्ति अभियान के तहत प्रदेश में बरसाती पानी का सरंक्षण एवं सदुपयोग करने के लिए व्यापक स्तर पर अभियान चलाया जा रहा है

चण्डीगढ़, 22 जून – जलशक्ति अभियान के तहत प्रदेश में बरसाती पानी का सरंक्षण एवं सदुपयोग करने के लिए व्यापक स्तर पर अभियान चलाया जा रहा है ताकि भूमिगत जल स्तर में सुधार होने के साथ साथ हर खेत को सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध हो सके। इस अभियान का थीम -वेयर इट फाल्स, वैन इट फाल्स-में बारिश के अधिकतम जल को सहेजने की दिशा में कार्य किया जा रहा है।
सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि जलशक्ति अभियान के तहत जून माह के दौरान प्रदेश में अधिक से अधिक तालाबों की खुदाई की जा रही हैं। इसके साथ ही पहले से बने हुए तालाबों की छंटाई का कार्य भी किया जा रहा है ताकि बारिश की हर बूंद बूंद संरक्षित कर उपयोग में लाई जा सके। सरकार का प्रयास है कि इस बार के सीजन में अधिक से अधिक पानी का संरक्षण किया जाए। इसके लिए ग्रामीण विकास से जुड़े अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
उन्होंने बताया कि हर जिले में तालाबों की खुदाई और छंटाई का कार्य एक तय समय सीमा हो, ताकि बारिश के पानी का संचय करके उस क्षेत्र की पानी की जरूरतों को पूरा किया जा सके। इसके लिए प्रत्येक जिला में कार्यरत जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों को यह दायित्व सौंपा गया है, जो पंचायतीराज संस्थाओं के पदाधिकारियों के सहयोग से इस कार्य को शीघ्र अमलीजामा पहनाएंगे।
प्रवक्ता ने बताया कि उच्च स्तर के अधिकारी वीसी के माध्यम से जिला स्तर के अधिकारियों से कार्य की मोनिटरिंग एवं निगरानी कर रहे हैं। अभियान में जिलों की विभिन्न एनजीओ तथा समाजिक संस्थाओं को भी जोड़ा जा रहा है। इसके साथ ही लोगों को जल संरक्षण के लिए जागरूक एवं प्रेरित किया जा रहा है। इसके अलावा इस बार गत वर्षों की तुलना में अधिक से अधिक पौधे लगाने का भी लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
उन्होंने बताया कि बरसाती पानी का अधिक से अधिक जल संचय करने के लिए सोखता गड्ढे भी बनाए जा रहे हैं। इस अभियान को और अधिक सफल बनाने के लिए जिलों में सरकारी भवनों की छतों के पानी को भी जमीन पर उतारने के लिए कार्य किया जा रहा हैं ताकि बरसात के पानी की बूंद बूंद का संचय कर उपयोग किया जा सके।
क्रमांक-2021
राजेश