— स्वास्थ्य विभाग व कृषि विभाग ने आशा वर्कर्स को दी धान की पराली प्रबंधन सबंधी ट्रेनिंग
फाजिल्का, 19 अक्टूबर
पंजाब स्वास्थ्य विभाग और कृषि विभाग ने संयुक्त रूप से किसानों को अपने खेतों से धान की पराली ना जलाने के लिए प्रोत्साहित किया। इसलिए विभाग ने इस मामले में किसानों को जागरूक करने के लिए आशा कार्यकर्ताओं को नियमित रूप से प्रशिक्षण दिया है। इस संबंध में सिविल सर्जन फाजिल्का डॉ. सतीश गोयल के दिशा-निर्देशों और सीनियर मेडिकल अफसर डॉ. विकास गांधी के नेतृत्व में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खुईखेड़ा में सभी आशा वर्करों को घर-घर जाने के लिए ट्रेनिंग दी गई है। किसानों परिवारों को जागरूक करना कि किसान खेतों की पराली न जलाएं बल्कि उसे खेतों में खाद के रूप में प्रयोग करें।
इस अवसर पर चिकित्सा पदाधिकारी डा. चरणपाल ने कहा कि पराली जलाने से होने वाले प्रदूषण से होने वाली स्वास्थ्य समस्याएं गहरी चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि जलाने से निकलने वाला धुआं पर्यावरण को बुरी तरह प्रदूषित करता है। जिसके कारण हमारा सांस लेना मुश्किल हो गया है। आंखों में जलन होने लगती है जिससे आंखों की रोशनी पर बुरा असर पड़ता है। अस्थमा के मरीजों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। इस अवसर पर कृषि विभाग के ब्लॉक खुईयाँ सरवर के कृषि विस्तार अधिकारी जसप्रीत कौर व सुनीता ने कहा कि जब किसान खेतों में पराली जलाते हैं तो भूमि की उर्वरा शक्ति दिन-ब-दिन कम होती जा रही है। आग लगाने से खेत में आसपास खड़े पेड़ भी जल जाते हैं और इन पेड़ों पर रहने वाले अपरिपक्व पक्षी आग में फंसकर मर जाते हैं। उन्होंने कहा कि जब इंसान प्रकृति के साथ ऐसा व्यवहार करता है तो परिणाम भयानक होते हैं। उन्होंने कहा कि पराली जलाने से हम सल्फर जैसे तत्व भी नष्ट कर देते हैं, जो इस प्राकृतिक सल्फर उर्वरक से हम अपने खेतों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पराली वाले खेतों में जुताई करने से गेहूं की पैदावार बढ़ती है। उन्होंने कहा कि किसानों को बताया जाए कि गेहूं की खेती आधुनिक मशीनों जैसे सीडर आदि से की जाए। उन्होंने कहा कि किसानों को पराली से बचाने के लिए विभाग ने गांव-गांव कैंप भी लगाए हैं। इस मौके पर ब्लॉक मास मीडिया इंचार्ज सुशील कुमार ने कहा कि खेतों में पराली को आग लगाने का चलन बेहद खतरनाक है। यह सड़कों पर चलने वाले वाहनों में सड़क दुर्घटना का कारण भी बनता है। उन्होंने मीडिया के जरिए किसानों से अपील की है कि वे पराली जलाने को लेकर पंजाब सरकार के चल रहे अभियान को पूरा समर्थन दें।

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