प्रदेषभर में खिलाड़ियों को मिले बेहतर प्रषिक्षण एवं सुविधाएं -मुख्यमंत्री

ईडब्ल्यूएस आरक्षण में आयु सीमा तथा फीस में छूट के लिए जल्द हो सेवा नियमों में संशोधन - मुख्यमंत्री

प्रदेषभर में खिलाड़ियों को मिले बेहतर प्रषिक्षण एवं सुविधाएं -मुख्यमंत्री

जयपुर, 2 फरवरी। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि प्रदेष में खेल और खिलाड़ियों को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार ने पिछले दो साल में कई बड़े फैसले लिए हैं। हमारा प्रयास है कि राजस्थान खेलों में राष्टींय एवं अन्तर्राष्टींय स्तर पर विषेष पहचान कायम करे। उन्होंने अधिकारियों को खेल प्रषिक्षकों की सेवाएं लेने के लिए सेवा नियम बनाने के निदेर्ष दिए। इसके बाद प्रदेष में करीब 500 बेहतरीन खेल प्रषिक्षकों की सेवाएं ली जा सकेंगी।

गहलोत मंगलवार को मुख्यमंत्री निवास पर खेल एवं युवा मामलात विभाग की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने निद र्ेष दिए कि खेलों को लेकर की गई बजट घोषणाआें को जल्द से जल्द पूरा करने का प्रयास करें, ताकि खिलाड़ियों को समय पर इनका समुचित लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेष में खेल सुविधाओं के विकास में कोई भी कमी नहीं रखेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की खेल प्रतिभाओं में राष्टींय एवं अन्तर्राष्टींय स्तर पर उम्दा प्रदर्षन की क्षमता मौजूद है। आवष्यकता है कि उन्हें अच्छा प्रषिक्षण, आवष्यक सुविधाएं और आगे बढ़ने के अवसर मिलें। ऐसे प्रयास करें जिससे गांव और कस्बों तक खेलों के प्रति युवाओं का रूझान बढ़े। उन्हें स्कूल स्तर से ही खेलों की बेहतरीन कोचिंग मिले।

गहलोत ने जयपुर में एसएमएस एवं विद्याधर नगर स्टेडियम तथा जगतपुरा शूटिंग रेंज में विकास कार्यां की आवष्यकताओं, अन्य शहरों और गांव स्तर तक खेल सुविधाओं के विकास के बारे में प्रस्ताव तैयार कर प्रस्तुत करने को कहा। उन्होंने युवाओं को सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ाने और निरन्तर नया करने की प्रेरणा देने के लिए वचुर्अल माध्यम से यूथ मॉटिवेषन प्रोग्राम आयोजित करने के निदेर्ष भी दिए।

खेल एवं युवा मामलात राज्यमंत्री अशोक चांदना ने कहा कि पिछले वर्ष हुए राज्य खेलों के आयोजन में 8 हजार खिलाड़ियों ने विभिन्न प्रतियोगिताआें में भाग लिया। इससे राजस्थान में खेलों के विकास के लिए अच्छा माहौल तैयार हुआ है। इस क्रम को आगे बढ़ाते हुए गांव एवं ब्लॉक स्तर पर भी खेलों के आयोजन किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि पदक विजेताओं को प्रोत्साहन राषि में वृद्धि, आउट ऑफ टर्न नियुक्ति और अन्य खिलाड़ियों को नौकरियों के लिए आरक्षण के नियमों में सरलीकरण से खेलों के प्रति युवाओं का रूझान बढ़ा है। दूसरे राज्यों के खिलाड़ी भी इन फैसलों की सराहना कर रहे हैं।

शासन सचिव खेल एवं युवा मामलात दिनेष कुमार यादव ने विभाग के प्रस्तुतीकरण में बताया कि प्रदेष के खिलाड़ियों ने बीते वर्ष गुवाहटी में हुए राष्टींय खेलों में 11वां स्थान हासिल किया। जापान में प्रस्तावित ओलम्पिक एवं पैरालम्पिक खेलों में भी राजस्थान के 9 खिलाड़ी देष का प्रतिनिधित्व करने के लिए चयनित हुए हैं। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा खिलाड़ियों काे विभिन्न स्तर पर प्राेत्साहन राषि के रूप में 26.53 करोड़ रूपये की राषि वितरित की गई है। बैठक में मुख्य सचिव श्री निरंजन आर्य सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।