ब्लॉकचैन, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (Artificial Intelligence), यंत्र अधिगम (Machine Learning) जैसी  डिसरप्टिव टेक्नोलोजी अर्थव्यवस्था का भविष्य हैं और ये प्रौद्योगिकी समाज व उद्योगों को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में सक्षम

चंडीगढ़, 13 सितंबर- इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय, मीरपुर के कुलपति प्रो. एस.के गक्खड़ ने कहा कि ब्लॉकचैन, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (Artificial Intelligence), यंत्र अधिगम (Machine Learning) जैसी  डिसरप्टिव टेक्नोलोजी अर्थव्यवस्था का भविष्य हैं और ये प्रौद्योगिकी समाज व उद्योगों को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में सक्षम हैं।
वे आज विश्वविद्यालय में कंप्यूटर साईंस एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा डिसरप्टिव टेक्नोलोजी विषय पर आयोजित पांच दिवसीय कार्यशाला-सह-प्रशिक्षण कार्यक्रम के उदघाटन अवसर पर संबोधित कर रहे थे। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में 100 से अधिक विद्यार्थी, शोधार्थी एवं अध्यापकों को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान कुरुक्षेत्र और वाइज पोटेटोएस पुणे के विशेषज्ञ हिस्सा लेंगे।
प्रो. गक्खड़ ने कहा कि भविष्य में कंप्यूटर साईंस एवं प्रौद्योगिकी विभाग के क्षेत्र में पूरे विश्व में सर्वाधिक रोजगार उत्पन्न होंगे। उन्होंने विभाग की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि इससे विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को रोजगार प्रदान प्राप्त करने में सहायता मिजलेगी। आज के प्रशिक्षण कार्यक्रम में बतौर मुख्य वक्ता शामिल हुए राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान कुरुक्षेत्र के प्रो. राजेश अग्रवाल ने मशीन लर्निंग के क्षेत्र में देश-विदेश में चल रहे शोधों एवं नए प्रयोगों की जानकारी दी। विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. प्रमोद शर्मा ने कहा की तकनीकि प्रशिक्षण के माध्यम से अधिकाधिक युवाओं को रोजगार हेतु तैयार किया जा सकता है और यह कार्यशाला इस विषय पर मील का पत्थर साबित होगी। कंप्यूटर साईंस एवं प्रौद्योगिकी विभाग की अध्यक्षा डॉ. सविता श्योराण ने कहा की यह तकनीकी सुशासन का आधार है और प्रशासकीय कार्यों, बैंकिंग तथा सार्वजनिक सेवाओं के वितरण में पारदर्शिता लाने में सक्षम है। नीति आयोग ने 2020 में ही राष्ट्रीय ब्लॉकचैन रणनीति घोषित कर दी थी और कई राज्य सरकारें भी इस पर निरंतर कार्य कर रही हैं।
इस अवसर पर आयोजन सचिव सहायक प्राध्यापिका डॉ. रीना हुडा,अधिष्ठाता शैक्षिक प्रो. ममता कामरा व विश्वविद्यालय के अन्य अधिष्ठाता, विभागाध्यक्ष, निदेशक, शिक्षक व विद्यार्थी ऑनलाइन माध्यम से उपस्थित रहे।