मोदी सरकार ने सिखों को वह महत्व दिया जिसके वे 70 वर्षों से हकदार थे: मनजिंदर सिंह सिरसा

— सिख समुदाय को देश-विदेश में राजनीतिक महत्व हासिल करने के लिए एकजुट होने के लिए आमंत्रित किया

— कहा कि एनडीए सरकार ने सिख धर्म, इतिहास, संस्कृति और पंजाबी भाषा के लिए काम किया

— ग्वालियर के ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिब दाता बंदी छोड़ में मत्था टेका

— भाजपा राष्ट्रीय सचिव की सभाओं को लोगों का ज़बरदस्त समर्थन मिला

चंडीगढ़, 29 अक्टूबर:

भाजपा के राष्ट्रीय सचिव सरदार मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा है कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार ने देश में सिख समुदाय को वह महत्व दिया है जो कभी 70 वर्षों में नहीं इसलिए प्रधानमंत्री द्वारा उनके 9 वर्षों के कार्यकाल में सिखों के लिए किए गए कार्यों के चलते सिख समुदाय उनका आभार व्यक्त करता है।
आज मध्यप्रदेश के ग्वालियर में ऐतिहासिक गुरुद्वारा दाता बंदी छोड़ में नतमस्तक होने के बाद जनसभाओं को संबोधित करते हुए सरदार सिरसा ने कहा कि केन्द्र की पूर्व कांग्रेस सरकारों के दौरान सिख कौम को अनदेखा किया जाता रहा मगर प्रधानमंत्री श्री मोदी ने सिक्खों के महत्व को समझा है कि इस कौम ने देश के लिए क्या किया है। इसलिए न केवल गुरु नानक देव जी का प्रकाश पर्व बड़े स्तर पर मनाया गया बल्कि श्री गुरु तेग बहादुर जी का 400 वां प्रकाश पर्व उसी लाल किले पर मनाया गया जहां से उन्हें शहीद करने का हुक्म मुगलों द्वारा दिया गया था। समूचा सिख समुदाय करतारपुर साहिब कॉरिडोर खोलने के लिए भी उनका आभार व्यक्त करता है।

उन्होंने कहा कि यह मोदी सरकार ही है जिसने यह निर्णय लिया कि गुरु गोबिंद सिंह साहिब जी के छोटे साहिबज़ादों की शहादत को समर्पित वीर बाल दिवस देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भारतीय दूतावासों पर भी मनाया जाएगा।

उन्होंने कहा कि समुदाय के सदस्यों को यह भी याद रखना चाहिए कि उन्हें इस सरकार का आभार व्यक्त करते हुए भाजपा का समर्थन करना है जो कि सिख समुदाय की समस्याओं को हल करने के लिए संजीदगी के साथ काम कर रही है तथा देश को नई बुलंदियों पर लेकर जा रही है।

भाजपा राष्ट्रीय सचिव ने सिख समुदाय को देश-विदेश में राजनीतिक रूप से और अधिक ताकत हासिल करने के लिए एकजुट होने के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि गुरु साहिब ने भी सिखों को राजनीतिक रूप से शक्तिशाली बनाने के लिए मीरी-पीरी का सिद्धांत दिया है। सरदार सिरसा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार ने धर्म, इतिहास, संस्कृति और पंजाबी सहित सभी पहलुओं पर सिख समुदाय की समृद्धि के लिए काम किया है।

मोदी सरकार ने 1984 के सिख नरसंहार मामलों में एसआईटी के पुनर्गठन के बाद सज्जन कुमार जैसे मुख्य आरोपियों को जेल भेजने का काम किया जिन्हें पूर्व कांग्रेस की सरकारों द्वारा बचाया जाता रहा। इससे पहले सरदार सिरसा ने ग्वालियर में गुरुद्वारा दाता बंदी छोड़ में मत्था टेका। उनके साथ दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के महासचिव सरदार जगदीप सिंह काहलों व सदस्य सरदार गुरदेव सिंह भी मौजूद रहे। इस मौके पर अन्य लोगों के अलावा बाबा हाकम सिंह व डॉ. भल्ला के अलावा अन्य गणमान्य शख्सियतें मौजूद रहीं।