शासन सचिवालय में आयोजित होने वाली बैठके अब होगी वीसी के माध्यम से

Rajiv Swaroop

जयपुर, 7 सितम्बर। मुख्य सचिव श्री राजीव स्वरूप ने कोरोना संक्रमण के मध्यनजर नई पहल करते हुए शासन सचिवालय में आयोजित होने वाली बैठकों के स्वरूप में बदलाव किया है। अब सचिवालय में आयोजित की जाने वाली अधिकतर बैठकें काॅन्फ्रेंस हाॅल एवं कमेटी रूम के स्थान पर वीडियो काॅन्फ्रेंस के माध्यम से की जायेगी।

मुख्य सचिव ने सोमवार को शीर्ष अधिकारियों के साथ वीडियो काॅन्फ्रेंस कर इसकी शुरुआत की। मुख्य सचिव श्री राजीव स्वरूप ने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की शासन सचिव श्रीमती गायत्राी राठौड़ की मौजूदगी में सोमवार को अपने कक्ष से वीडियो काॅन्फ्रेंस के माध्यम से विभिन्न विभागों के उच्च अधिकारियों के साथ सिलिकोसिस प्रकरणों की समीक्षा की। इस वीसी बैठक से खान एवं पेटंोलियम विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री सुबोध अग्रवाल, वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री निरंजन आर्य, चिकित्सा एवं
स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख शासन सचिव श्री अखिल अरोड़ा, श्रम विभाग के शासन सचिव श्री नीरज कुमार पवन ने अपने -अपने कक्ष से जुडकर भाग लिया। मुख्य सचिव ने सिलिकोसिस रोगियों के प्रमाणीकरण और भुगतान से संबंधित प्रकरणों की विस्तार से समीक्षा की।
मुख्य सचिव द्वारा सभी अधिकारियों से बैठक के इस नए स्वरूप के बारे में राय जानी। इस पर सभी ने एक स्वर में इस नई पहल का समर्थन करते हुए कहा कि वीसी के माध्यम से सभी बिन्दुओं पर बहुत सहज ढंग से संवाद हुआ है और इससे कोरोना संक्रमण से बचने के साथ ही समय की भी बचत होगी। पहली वीसी के सार्थक परिणाम मिलने के बाद मुख्य सचिव ने सभी विभागों के अतिरिक्त मुख्य सचिव, प्रमुख शासन सचिव और शासन सचिव को भी उनके द्वारा की जाने वाली बैठके यथासंभव वीडियो काॅन्फ्रेंस के माध्यम से ही करने के निर्देश दिए।

अधिकारियों का कीमती समय भी बचेगा 

शासन सचिवालय के काॅन्फ्रेंस हाॅल एवं समिति कक्ष में आयोजित की जाने वाली बैठकों के लिए
अधिकारियों को तय समय से पहले आना होता है और बैठक समाप्त होने के बाद अपने कक्ष में जाकर कामकाज शुरू करने में भी समय लगता है। इस नई पहल के बाद वीडियो काॅन्फ्रेंस के दौरान अधिकारी नियत समय पर अपने कक्ष से ही बैठक से जुड़ जायेंगे और वीसी समाप्त होने के तुरंत बाद अपने कार्यालय का काम शुरू कर सकेंगे। इससे अधिकारियों का कीमती समय बचेगा तथा इस समय में अन्य कार्य निस्तारित किया जा सकेगा।